Movie Review : आज ही सिनेमाहॉल जाने के लिए दिल को करें ‘राजी’, मस्ट वॉच है फिल्म
फिल्म– राजी
रेटिंग– 4
सर्टिफिकेट– U/A
स्टार कास्ट– आलिया भट्ट, विकी कौशल, रजित कपूर, शिशिर शर्मा, जयदीप अहलावत, अमृता खानविलकर, सोनी राजदान
डायरेक्टर– मेघना गुलजार
प्रोड्यूसर– टी सीरीज
अवधि – 2 घंटे 20 मिनट
म्यूजिक– शंकर एहसान लॉय
कहानी– राजी की कहानी कश्मीर के हिदायत खान (रजत कपूर) और उनकी पत्नी बेगम तेजी (सोनी राजदान) की बेटी सहमत (आलिया भट्ट) के इर्द गिर्द घूमती है। कहानी में सन् 1971 में हुई भारत पाकिस्तान के बीच छि़ड़ी जंग के दौर को दिखाया गया है। हिदायत भारत के जासूसी ट्रेनिंग हेड खालिद मीर (जयदीप अहलावत) के लिए काम करते हैं। वह उनतक उन सभी जरूरी खूफिया जानकारी को पहुंचाते हैं जो देश के हित में काम आ सकें। यही वजह होती है कि वह अपनी बेटी सहमत का निकाह पाकिस्तान के ऊंचे दर्जे के आर्मी ऑफिसर इकबाल (विकी कौशल) से करवा देते हैं। निकाह के बाद सहमत वहां रहकर जासूसी करती है। इन सबके के बीच उसे कई मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। लेकिन अंत में उसके साथ क्या होता वो पकड़ी जाती है या नहीं? उसे मार दिया जाता है या वो बच जाती है? मिशन पूरा हो पाता है या नहीं? अगर हां तो वह देश वापस लौट पाती है या नहीं? उसके परिवार के साथ क्या होता है? ऐसे कई सवालों के जवाब आपको सिनेमाघर में ही मिलेंगे।
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एक्टिंग– अलिया के भट्ट की एक्टिंग तो बेमिसाल है लेकिन बाकियों को भी आप नजरअंदाज नहीं कर सकते हैं। आलिया ने अपनी परफॉर्मेंस से मेघना को सही साबित कर दिया है। उन्होंने साबित कर दिया है कि इस किरदार के लिए मेघना ने उन्हें लेकर कोई बलती नहीं की हैं। बल्कि शायद ही उनकी जगह कोई और ऐसे किरदार निभा पाता जैसे उन्होंने किया।
आलिया के अलावा विकी, रजित, शिशिर, जयदीप, अमृता, सोनी सभी के किरदार दिल और दिमाग पर छाप छोड़ जाते हैं। यकीन मानिए सिनेमाघर से निकलने के बाद आप केवल आलिया ही नहीं हर एक किरार के बारे में घंटों तक सोचते रह जाएंगे।
डायरेक्शन– मेघना के डायरेक्शन और उनके काम की जितनी तारीफ की जाए उतनी कम है। फिल्म में एक्टिंग के अलावा अगर कुछ सबसे ज्यादा जानदार और शानदार है तो वह है इसकी मजबूत स्क्रिप्ट और लाजवाब सिनेमेटोग्राफी। फिल्म की स्क्रिप्ट तो ऐसी है जो आपको एक पल के लिए भी हिलने नहीं देगी। हर अगले पल एक डर सताएगा, पेट दर्द होगा और यह सोच कर आपका दिल भारी हो जाएगा कि अब क्या होगा। देशभक्ति की भावना तो ऐसे उमड़ती है कि तुरंत देश के लिए कुछ कर गुजरने का दिल करने लगेगा।
म्यूजिक – फिल्म के तीन गाने हैं। तीनों ही गाने बेहद उम्दा हैं। सभी गाने कहानी और परस्थिति पर सटीक बैठे हैं। उनको रिपीट कर के बार-बार सुनने का दिल करता है, खासकर ‘दिलबरो’। दिलबरो में पिता और बेटी के गहरे प्यार के रिश्ते को दर्शाया गया है।
देखें या नहीं– राजी एक मस्ट वॉच फिल्म हैं। अगर आप तर्कहीन और कॉमेडी फिल्मों से हटकर कुछ अच्छा देखना चाहते हैं तो राजी बिल्कुल भी ‘मिस’ न करें।