हजारों की संख्या में बरामद वोटर कार्ड से कर्नाटक में चुनावी सरगर्मी तेज

बेंगलोर। कर्नाटक चुनाव मे कुछ ही दिन बचे है पार्टियों का प्रचार प्रसार अपने चरम सीमा पर है। सभी दल चुनाव जीतने के लिए कोई भी कसर छोड़ने को तैयार नहीं दिख रहे बल्कि हर मौके को अपने पक्ष में भुनाना चाहते है। चुनाव से पहले राजधानी बेंगलुरू में हजारों की संख्या में निर्वाचन कार्ड बरामद किए गए। चुनाव आयोग ने मामले पर सख्ती बरतते हुए एफआईआर दर्ज करवाकर जांच शुरू कर दी है। लेकिन इस मामले को पार्टियां अपना चुनावी ट्रंप कार्ड बनाने के प्रयास में लग गई है।

बरामद वोटर कार्ड

दरअसल मंगलवार शाम बेंगलुरु के जलाहाल्ली इलाके में एक घर से बड़ी संख्या में वोटर आईडी कार्ड बरामद हुए थे। यह इलाका राज राजेश्वरी निर्वाचन क्षेत्र में पड़ता है। इस मामले को लेकर बेंगलुरु में चुनाव आयोग के मुख्य निर्वाचन अधिकारी संजीव कुमार ने मंगलवार रात को प्रेस कॉन्फ्रेंस भी कर चुके है। पूर्व प्रधानमंत्री देवगौड़ा भी इस मामले को लेकर आज मुख्य निर्वाचन अधिकारी से मुलाकात कर प्रेस कांफ्रेंस कर सकते है।

यह भी पढ़े: राजभर ने दिया सभी दलों को निमंत्रण, नहीं आने पर करेंगे इलाज

चुनाव आयोग के अनुसार राज राजेश्वरी क्षेत्र में करीब 4 लाख 35 हजार 439 वोटर हैं, यह वहां की आबादी का 75.43 फीसदी है। पिछली बार 28 हजार 825 नाम जोड़े गए और 8817 लोगों के नाम हटाए भी गए थे। मुख्य चुनाव अधिकारी ने बताया कि वह खुद उस घर में गए थे जहां पर वोटर कार्ड बरामद किए गए है।

मुख्य निर्वाचन आधिकारी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि उस फ्लैट में पांच लैपटॉप और प्रिंटर के साथ 2 स्टील ट्रंक भी मौजूद थे। चुनाव अधिकारियों ने वोटर कार्डो के असली होने की बात कही।

बीजेपी ने कांग्रेस पर आरोप लगाया गया कि राज राजेश्वरी में कांग्रेस प्रत्याशी ने 15 हजार फेक वोटर आईडी कार्ड बनाए हैं। बीजेपी राज राजेश्वरी नगर में चुनाव रद्द करने की मांग कर रही है। BJP के सदानंद गौड़ा ने आरोप लगाया है कि इस मामले में राज राजेश्वरी नगर से कांग्रेस के उम्मीदवार मुनिरत्न नायडू का हाथ है।

वहीं कांग्रेस का बचाव और भाजपा पर वार करते हुए रणदीप सुरजेवाला ने इस मुद्दे पर प्रेस कॉन्फ्रेंस की और कहा कि बीजेपी इस तरह कांग्रेस पर इल्जाम लगाकर अपनी तरफ ध्यान आकर्षित करना चाहती है। सुरजेवाला ने कहा कि यह वोटर आईडी कार्ड ना तो पुलिस ने बरामद किए हैं ना ही चुनाव आयोग ने बल्कि इन्हें बीजेपी कार्यकर्ता ने बरामद किया है।

यह भी पढ़े: नवाज की शराफत में 5 अरब डॉलर का लोचा, जांच शुरू

राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि कर्नाटक चुनाव देश के अभी तक के चुनावों में सबसे मंहगा साबित हो रहा है। पैसा, शराब, अविश्वसनीय भाषण, लोकतंत्र की अस्मिता को तार-तार करने वाली बयानबाजी, धोखाधड़ी ये सब इस चुनाव के मुख्य अस्त्र बन चुके है।

LIVE TV