
फिल्म– 102 नॉट आउट
रेटिंग– 3
सर्टिफिकेट– U/A
स्टार कास्ट– अमिताभ बच्चन, ऋषि कपूर, जिमित त्रिवेदी
डायरेक्टर– उमेश शुक्ला
प्रोड्यूसर– टी सीरीज
अवधि – 1 घंटे 41 मिनट
म्यूजिक– ए आर रहमान, सलीम-सुलेमान, जॉर्ज जोसेफ
कहानी– फिल्म 102 नॉट आउट पिता और पुत्र के रिश्ते को दर्शती है। आज के दौर में रिश्ते के सच को दिखाती हुई इस फिल्म की कहानी कुछ हद तक थोड़ी अलग भी है। इसमें सिर्फ रिश्तों को ही नहीं जिंदगी को खुलकर जीने और उसमें रंग भरना सिखाया गया है। ये कहानी है 102 साल के दत्तात्रेय वखारिया (अमिताभ बच्चन) और उनके 75 वर्षीय बेटे बाबूलाल वखारिया (ऋषि कपूर) की है। उम्र के इस पड़ाव पर आने के बाद भी दत्तात्रेय 118 साल से ज्यादा जीने का रिकॉर्ड बनाना चाहते हैं। दत्तात्रेय एक बिंदास और खुशमिजाज इंसान हैं जो उम्र को तवज्जो नहीं देते हैं वहीं उनका बेटा बाबूलाल ये मान चुका है कि वह बूढ़ा हो गया है अब उसकी जिंदगी में कुछ नहीं बचा है।
बाबूलाल का एक बेटा भी है, जो विदेश में रहता है। हर साल वह बाबूलाल से वादा करता है कि मिलने आएगा लेकिन काम से छुट्टी न मिल पाने की बात कहकर टाल जाता है। हर बार वह बाबूलाल ‘आई होप यू अंडरस्टैंड’ को कह देता है। बाबूलाल की जिंदगी बहुत ही बेरंग है। दत्तात्रेय उन्हें जिंदगी जीना सिखाने का हर मुमकिन प्रयास करते है लेकिन जब बात नहीं बनती है तो वह बाबूलाल से अपने मन की करवाने के लिए दत्तात्रेय ब्लैकमेल करते हैं कि अगर वह उनकी बात नहीं मानेंगे तो दत्तात्रेय उनको वृद्धाश्रम भेज देंगे। इन सब के दौरान दोनों के रिश्ते और जिंदगी में कई उतार चढ़ाव आते हैं। कहानी किस अंजाम तक पहुंचती है ये जानने के लिए आपको सिनेमाहॉल जाना पड़ेगा।
यह भी पढ़ें: ‘ये है मोहब्बतें’ के फैंस के लिए बुरी खबर, ये नया शो करेगा रीप्लेस
एक्टिंग– इसमें कोई दो राय नहीं कि अमिताभ और ऋषि दोनों ने अपने किरदार को निभाने में कोई भी कमी छोड़ी हो। उनकी एक्टिंग में उनका एक्सपीरिएंस साफ झलका है। दोनों ने ही बहुत अच्छी एक्टिंग की है। इसके अलावा जिमित त्रिवेदी ने भी काफी अच्छा काम किया है।
डायरेक्शन– उमेश ने फिल्म पर बहुत ही बारीकी से काम किया है। उम्र को अलग नजरिए से देखते हुए रिश्तों पर आधारित ये कहानी सिर्फ हंसाती ही नहीं रुलाती भी है। फिल्म की स्क्रिप्ट अच्छी है। इसके डायलॉग और वन लाइनर पर कायदे से काम किया गया है।
म्यूजिक – फिल्म के गाने इसके किरदार और कहानी पर पूरी तरह फिट बैठे हैं। ‘बच्चे की जान लोगे क्या’, ‘बडुम्बा’, ‘कुल्फी’ और ‘वक्त ने किया क्या हसीं सितम’ सभी गानों में इमोशन के वैरिएशन देखने को मिले हैं।
देखें या नहीं– 27 साल बाद साथ आए पर दुरुस्त आए अमिताभ और ऋषि। फिल्म देखने आप सिनेमाघर जा सकते हैं।