उच्चतम स्तर पर पहुंची ईंधन की कीमत, कांग्रेस ने कहा- ग्राहकों पर टैक्स का बोझ डाल रही सरकार
नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी में पेट्रोल की कीमत करीब पांच साल के ऊपरी स्तर पर पहुंच गई है। राजधानी में शुक्रवार को पेट्रोल का दाम 74.08 रुपये प्रति लीटर रहा। इससे पहले सितंबर 2013 में दिल्ली में पेट्रोल का दाम 74.10 रुपये प्रति लीटर हुआ था। कोलकाता, मुंबई और चेन्नई में भी पेट्रोल की कीमतें कई साल के ऊपरी स्तर पर पहुंच गई हैं।
इंडियन ऑयल की वेबसाइट के मुताबिक, कोलकाता में शुक्रवार को पेट्रोल 76.78 रुपये प्रति लीटर, मुंबई में 81.93 रुपये प्रति लीटर और चेन्नई में 76.85 रुपये प्रति लीटर था।
ईंधन की कीमतों के पांच साल के उच्चतम स्तर पर पहुंचने पर पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने शुक्रवार को सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने सरकार से सवाल किया कि पेट्रोल व डीजल की कीमतें मई 2014 से ज्यादा क्यों हैं, जबकि उस समय अंतर्राष्ट्रीय कीमतें आज की तुलना में ज्यादा थीं।
उन्होंने अपने श्रृंखलाबद्ध ट्वीट में कहा कि सरकार बेखबर है और इस मुद्दे पर कुप्रबंधन की शिकार है।
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उन्होंने अपने ट्वीट में कहा, “कच्चे तेल की प्रति बैरल 74 अमेरिकी डॉलर की कीमत, चार साल पहले के प्रति बैरल 105 अमेरिकी डॉलर के मुकाबले अभी भी कम है। तो मई 2014 की तुलना में आज पेट्रोल व डीजल की कीमतें ज्यादा क्यों है? बीते चार सालों से भाजपा सरकार तेल की कीमतों से अप्रत्याशित लाभ उठा रही है। तेल के अप्रत्याशित लाभ को छोड़कर भाजपा सरकार को इस बारे में कुछ अता-पता नहीं है।”
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उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा शेखी बघारती है कि वह 22 राज्यों में सत्ता में है। तो फिर भाजपा सरकार पेट्रोलियम व पेट्रोलियम उत्पादों को जीएसटी के तहत लाने से इनकार क्यों कर रही है? इसका कारण भाजपा सरकार की ग्राहकों पर करों का बोझ लादने की नीति है।
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