
देहरादून। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत का सरकारी आवास सुरक्षित नहीं है। राज्य सुरक्षा समीक्षा समिति ने सीएम आवास की सुरक्षा की समीक्षा की थी। जिसके बाद जो सामने आया वो सभी को चौकाने वाला था। जांच के दौरान सुरक्षा व्यवस्था में कई खामियां मिली हैं।
खुफिया विभाग ने अपनी जांच में पाया है कि मुख्यमंत्री आवास में लगे 30 में से 15 कैमरे खराब पड़े हैं। इतना ही नहीं चाहरदीवारी भी टूटी हुई है।
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खुफिया विभाग ने गृह मंत्रालय को न केवल सीएम आवास की सुरक्षा बढ़ाने के निर्देश दिए हैं बल्कि कई बिंदुओं पर गृह मंत्रालय को ध्यान देने के लिए कहा है।
इसके साथ ही रिपोर्ट में बाउंड्री के भीतर लगे वृक्षों की टहनियों की छंटाई करने, स्ट्रीट लाइट की संख्या बढ़ाने, सीसीटीवी कैमरे की मॉनीटरिंग मुख्य सुरक्षा अधिकारी के कार्यालय में लगाने और परिसर में सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाने की संस्तुति की गई है।
बता दें इंटेलिजेंस विभाग ने मुख्यमंत्री कार्यक्रमों को 24 की जगह 48 घंटे पहले जारी करने की भी बात कही है।
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रिपोर्ट में मुख्यमंत्री आवास में सुरक्षा उपकरणों के अभाव को देखते हुए प्राथमिकता के आधार पर गृह विभाग से सुरक्षा उपकरण उपलब्ध कराने की अपील भी की गई है।
जिसके तहत ऐसे में यहां सुरक्षा तैनाती के स्थान पर वॉच टावर, प्रवेश द्वार, स्वागत कक्ष, आइसोलेशन आवास, व कार्यालय में सुरक्षा अलार्म लगाना जरूरी है। इसके अलावा मुख्यमंत्री के आवास व कार्यालय में मेडिकल अलार्म लगाया जाए।