अक्षय की झूठी ट्विंकल, CBFC का दोहरा चरित्र… ‘फुल्‍लू’ के साथ पक्षपात क्‍यों?

मुंबई। अलग थीम और कहानी के चलते अक्षय कुमार की फिल्‍म ‘पैडमैन’ चारों ओर चर्चा में है। मासिक धर्म स्वच्छता पर आधारित होने की वजह से यह फिल्‍म हर किसी की नजर में है। फिल्म को प्रोड्यूस कर रहीं ट्विंकल खन्‍ना के मुताबिक ‘पैडमैन’ ऐसी पहली फिल्‍म है जो इस मुद्दे पर बनी है। लेकिन सच तो कुछ और है जिससे दुनिया के बहुत कम लोग ही रूबरू है।

फुल्‍लू के डायरेक्‍टर

पैडमैन के प्रोड्यूसर के झूठे दावे और फिल्‍म को लेकर सेंसर बोर्ड के द्वारा किए पक्षपात पर डायरेक्‍टर अभिषेक सक्‍सेना खुलकर सामने आए है। अभिषेक पिछले साल 2017 के 16 जून को रिलीज हुई फिल्म फुल्‍लू के डायरेक्‍टर हैं।

बहुत कम लोग इस बात को जानते हैं कि जो दावा पैडमैन की टीम कर रही है वह सरासर गलत है। किसी भी हालत में ‘पैडमैन’ मासिक धर्म स्वच्छता पर बनी देश की पहली फिल्‍म नहीं है। इससे कुछ महीनों पहले रिलीज हुई फिल्‍म ‘फुल्‍लू‘ इसी मुद्दे के साथ पर्दे पर आई थी।

यह सेंसर बोर्ड और दर्शकों का दोहरा रवैया ही है कि ‘फुल्‍लू’ को किसी ने सपोर्ट नहीं किया। एक ही मुद्दा होने के बवजूद सेंसर बोर्ड ने एक ओर जहां ‘पैडमैन’ को आसानी से ‘U/A’ सर्टिफिकेट दे दिया। वहीं बहुत ज्‍यादा मशक्‍कत करने के बाद ‘फुल्लू’ को प्रमाणित तो किया गया पर  ‘A’ सर्टिफिकेट के साथ।

लंबे समय से चुप्‍पी साधे हुए फुल्‍लू के डायरेक्‍टर ने हाल ही में एक इंटरव्‍यू में सेंसर बोर्ड और पैडमैन क टीम पर इल्‍जामों की बारिश की है। अभिषेक के मुताबिक, ‘मेरी फिल्म ‘पैडमैन’ से पहले ही अनाउंस हो चुकी थी। साथ ही मेरे पास इसके सेंसर का सर्टिफिकेट भी था। 2015 में इस फिल्म को रजिस्टर किया गया था।’

उन्‍होंने बताया, ‘सीबीएफसी बहुत ही पक्षपाती है जो कि अक्षय कुमार की फिल्म को सपोर्ट कर रहा है। मैं ये भी बताना चाहता हूं कि सीबीएफसी ने अक्षय की ‘पैडमैन’ को ‘यू/ए’ सर्टिफिकेट दिया है जबकि मेरी फिल्म में कोई भी एडल्ट कंटेंट न होने के बावजूद ‘फुल्लू’ को सीबीएफसी ने ‘ए’ सर्टिफिकेट दिया। वो बहुत ही पक्षपाती हैं क्योंकि उन्होंने मेरी फिल्म को ‘ए’ सर्टिफिकेट दिया है। जिससे हमारी फिल्म को बहुत नुकसान हुआ है।’

न केवल फुल्‍लू के डायरेक्‍टर इसके प्रोड्यूसर भी खुलकर सामने आए हैं। फुल्‍लू के प्रोड्यूसर डॉ. अनमोल कपूर ने बताया कि, ‘पैडमैन के प्रोड्यूसर ने गलत क्लेम किया है। कई समाचार साइट्स यहां तक बीबीसी भी ये क्लेम कर रहा है कि ‘पैडमैन’ मासिक धर्म स्वच्छता पर बनी हिंदुस्तान की पहली फिल्म है। ये बहुत ही गलत और झूठी जानकारी है जो पूरी दुनिया में शेयर की जा रही है। हमारी फिल्म ‘फुल्लू’ इस मुद्दे पर बनी पहली फिल्म थी जो साल 2017 के जून में रिलीज की गई थी।’

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बता दें, ‘A’ सर्टिफिकेट की वजह से फुल्‍लू को न के बराबर दर्शक मिले। इस वजह से फिल्‍म का बेहद नुकसान हुआ। वहीं अक्षय अपनी फिल्‍म को देश के कोने कोने में असानी से दिखा रहे हैं और प्रमोट कर रहे हैं।

आज शाम 7 बजे ‘फुल्लू’ का पहला वर्ल्ड टेलीविजन प्रीमियर डीडी नेशनल चैनल पर किया जाएगा।

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