‘चोर, उचक्के और हत्यारे नेता बन सकते हैं तो भगवाधारी क्यों नहीं?’: काशी में बाबा बागेश्वर धीरेंद्र शास्त्री का बयान, हिंदू एकता पर जोर

वाराणसी (काशी) में बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री उर्फ बाबा बागेश्वर ने शनिवार को एक धार्मिक सभा में विवादित बयान दिया। उन्होंने कहा, “चोर, उचक्के और हत्यारे भी नेता बन सकते हैं तो भगवाधारी व्यक्ति क्यों नहीं नेता बन सकता?”

यह बयान हिंदू नेतृत्व और राजनीतिक भागीदारी पर उनके विचारों को दर्शाता है, जहां उन्होंने हिंदुओं को एकजुट होकर राजनीति में सक्रिय होने की अपील की। शास्त्री ने कहा कि अगर अपराधी पृष्ठभूमि वाले लोग सत्ता तक पहुंच सकते हैं, तो धार्मिक और नैतिक मूल्यों वाले भगवाधारी व्यक्तियों को भी ऐसा अवसर मिलना चाहिए। उन्होंने हिंदू समाज को ‘जागृत’ होने और अपनी आवाज बुलंद करने का आह्वान किया।

यह बयान काशी विश्वनाथ मंदिर के निकट आयोजित एक धार्मिक कार्यक्रम के दौरान आया, जहां शास्त्री राम कथा सुना रहे थे। उन्होंने आगे कहा कि हिंदू समाज को अपनी एकता बनाए रखनी चाहिए और राजनीतिक प्रक्रिया में भाग लेना चाहिए, ताकि ‘सनातन धर्म’ की रक्षा हो सके। शास्त्री ने पिछले विवादों का जिक्र करते हुए कहा कि वे किसी ‘हिंदू हृदय सम्राट’ या नेता बनने का दावा नहीं करते, बल्कि हिंदुओं में ‘चिंगारी’ जगाने का काम कर रहे हैं। यह बयान सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया है, जहां समर्थक इसे हिंदू जागरण का संदेश बता रहे हैं, जबकि विपक्षी दलों ने इसे सांप्रदायिक उन्माद फैलाने वाला करार दिया।

बागेश्वर धाम के प्रमुख धीरेंद्र शास्त्री मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले के गढ़ा गांव में स्थित हनुमान मंदिर के पीठाधीश्वर हैं। वे रामचरितमानस, शिव पुराण और अन्य कथाओं के प्रसिद्ध वक्ता हैं और अपने ‘दिव्य दरबार’ में चमत्कारों के दावों के लिए जाने जाते हैं। हाल के वर्षों में वे कई विवादों में रहे हैं, लेकिन लाखों अनुयायियों का समर्थन प्राप्त है।

काशी दौरे के दौरान उनका स्वागत भव्य रहा, और स्थानीय प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए। शास्त्री ने कार्यक्रम में कहा कि भारत को अगले 500 वर्षों तक सनातन परंपरा की रक्षा के लिए मजबूत बनाना होगा।

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