
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री अनुपमा जायसवाल ने अपने एक फैसले से सरकार के सामने बड़ी मुश्किल खड़ी कर दी है। दरअसल, सरकार के वादों के मुताबिक़ प्राइमरी स्कूलों के बच्चों को अभी तक स्वेटर न मिलने से नाराज़ अनुपमा जायसवाल ने ये प्रण किया है कि जब तक सरकार इन मासूम बच्चों को स्वेटर मुहैया नहीं कराती है तब तक मैं भी स्वेटर नहीं पहनूंगी।
बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री अनुपमा जायसवाल ने बताया कि “सरकार ने अपने वादे के मुताबिक बच्चों को जूते-मोजे तो मुहैया करा दिए, लेकिन कुछ तकनीकी कारणों से स्वेटर मिलने में देरी हो रही है। यह सब देखते हुए मंत्री अनुपमा जायसवाल ने खुद भी स्वेटर नहीं पहनने का फैसला किया है”।
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मंत्री अनुपमा जायसवाल ने कहा कि “वह सरकार के प्रति किसी विरोध के चलते नहीं कर रही हैं। बल्कि, ऐसा ख्याल उनके मन में एक मां और संवेदनशील नागरिक होने के नाते आया है। उनके मुताबिक यह प्रयास सिर्फ बच्चों को और उनके अभिभावकों को यह समझाने के लिए है कि योगी सरकार बच्चों और उनके प्रति दायित्व को लेकर कितनी संवेदनशील है”।
वहीं अनुपमा जायसवाल ने दावा किया है कि बहुत जल्द बच्चों को स्वेटर भी मुहैया करा दिए जाएंगे। बहरहाल मंत्री की कोशिश ने अधिकारियों को तेजी से काम करने के लिए प्रेरित जरूर किया है।
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जानकारी के लिए बता दें कि प्रदेश में बढ़ते ठंड के प्रकोप के चलते प्राथमिक विद्यालय सुबह 9 बजे से दोहपर 3 बजे तक चल रहे हैं। ऐसे में ठंड में ठिठुरना इन विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों की मजबूरी बन गई है। गौरतलब है प्रदेश के 1 लाख, 59 हजार प्राइमरी और अपर प्राइमरी स्कूलों में पढ़ने वाले करीब 1 करोड़, 54 लाख छात्रों को स्वेटर वितरित किया जाना है, जिसके लिए बजट प्रस्ताव करीब 308 करोड़ रुपए है।