तीन तलाक: आंकड़ों से खुलासा, ‘दर्द’ देने में महिलाएं कहीं आगे
नई दिल्ली। देशभर में तीन तलाक को लेकर हर तरफ बड़ी बहस छिड़ी हुई है। सरकार महिलाओं को उनका हक दिलाने में लगी हुई है। लेकिन सबसे बड़ी बात तो यह है कि मुस्लिम महिलाएं भी तलाक लेने में कहीं से भी मुस्लिम पुरुषों से पिछे नहीं है।
खबरों के मुताबिक, खास पड़ताल में यह खुलासा हुआ है कि मुस्लिम पुरुषों से ज्यादा महिलाएं खुला के अधिकार का प्रयोग कर पति से अलग हो रही है।
यह भी पढ़ें-‘संविधान में संशोधन’ पर बोले राहुल गांधी, भाजपा ने दिखा दी अपनी असलियत
बता दें कि इस्लाम में विवाह को खत्म करने के लिए पति और पत्नी दोनों का सामान्य अधिकार है। जहां पति को ये अधिकार तलाक के रूप में दिया जाता है वहीं महिलाओं को ये खुला के रूप में दिया जाता है। इस्लाम में महिलाओं को पूरी आजादी है कि वो अपने शौहर से तलाक लेकर अपनी जिंदगी का फैसला कर सकती है।
वहीं मध्य प्रेदश के भोपाल रियासत की मुस्लिम महिलाएं इस हक का खुलकर उपयोग कर रही है। भोपाल रियासत के तहत तीन जिले आते हैं, जिसमें भोपाल के अलावा रायसेन और सीहोर जिले शामिल हैं। मसाजिद कमेटी के आंकड़ों के मुताबिक, रियासत में मुस्लिम महिलाओं के खुला यानी तलाक लेने के मामले में पुरुषों के मुकाबले करीब 20 फीसदी ज्यादा हैं।
यह भी पढ़ें-महाकाल की नगरी में नहीं बिकेगा चीन का मांझा, प्रशासन ने लगाया प्रतिबंध
यह रहें आकंडें-
-वर्ष 2016 में खुला के 459 मामले सामने आए थे।
-इसी साल 386 पुरुषों ने तलाक लिए आवेदन दिया था।
-वर्ष 2017 के पहले तीन महीनों में भी महिलाएं तलाक मांगने में आगे रही।
-एक जनवरी 2017 से 31 मार्च 2017 तक 131 महिलाओं ने खुला के हक का प्रयोग किया।
-इस दरमियान पुरुषों के तलाक चाहने वालों संख्या 80 रही।
-वहीं, 18 मामलों में मसाजिद कमेटी ने पति और पत्नी में राजीनामा करा दिया, जिसके बाद वह साथ में रहने के लिए राजी हो गए।
साभार न्यूज 18