
रांची। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राजद सुप्रीमो लालू यादव को सीबीआई की विशेष अदालत ने चारा घोटाले में दोषी करार दिया है। इस फैसले के बाद से सियासी गलियारों में घमाचार मच गया है। चारों तरफ से बयानबाजी हो रही है। वैसे लालू की सजा का ऐलान 3 दिसंबर होगा। लेकिन क्या आपको पता है कि राजद मुखिया लालू को बेल के लिए नाको चना चबाना पड़ सकता है।
दरअसल, कानूनी विशेषज्ञों का मानना है कि अब कानूनी जटिलताओं में लालू यादव आदतन अपराधी समझे जाएंगे।
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पटना हाईकोर्ट के सीनियर वकील वाई वी गिरी ने बताया है कि अतीत में उच्च अदालतें आदतन अपराधी को बेल देने के मामले में बहुत ही सतर्क रहीं हैं, वो भी खास कर के जब एक व्यक्ति को अदालत ने दूसरी बार दोषी ठहराया है।
उन्होंने कहा कि 2013 में जब लालू को चारा घोटाले के ही एक मामले में दोषी ठहराया गया था तो उन्हें सुप्रीम कोर्ट से बेल लेना पड़ा था।
वहीँ इस केस की जांच कर रहे सीबीआई के सूत्रों का कहना है कि चारा घोटाले में लालू के खिलाफ कुल 6 मामले हैं। इनमें पांच झारखंड में और एक बिहार में है। झारखंड में चल रहे पांच मामलों में दो में लालू यादव दोषी करार दिये जा चुके हैं। जबकि बाकी केसों में सुनवाई चल रही है, उम्मीद है कि दो से तीन महीने में इनमें भी फैसला आ सकता है।
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चारा घोटाले में फैसले के बाद राजद प्रमुख लालू प्रसाद ने कहा कि उन्हें राजनीतिक विद्वेष के चलते साजिशन इस मामले में फंसाया गया है। उन्होंने कहा कि फैसले के खिलाफ वह उच्च न्यायालय में अपील करेंगे।
वहीँ पार्टी के वरिष्ठ नेता रघुवंश प्रसाद सिंह ने कहा कि पार्टी अदालत के फैसले के खिलाफ उच्च न्यायालय का रुख करेगी।
बता दें विशेष जज शिवपाल सिंह ने बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ मिश्रा को इस मामले में बरी कर दिया जबकि पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद को दोषी करार दिया।
ये है पूरा केस
साल 1990 से 1994 के बीच देवघर कोषागार से पशु चारे के नाम पर अवैध ढंग से 89 लाख, 27 हजार रुपये निकालने का आरोप है। इस दौरान लालू यादव बिहार के मुख्यमंत्री थे। हालांकि, ये पूरा चारा घोटाला 950 करोड़ रुपये का है, जिनमें से एक देवघर कोषागार से जुड़ा केस है।
इस मामले में कुल 38 लोग आरोपी थे जिनके खिलाफ सीबीआई ने 27 अक्टूबर, 1997 को मुकदमा दर्ज किया था। आज लगभग 20 साल बाद इस मामले में फैसले की घड़ी आई है।
इससे पहले चाईबासा कोषागार से 37 करोड़, 70 लाख रुपये अवैध ढंग से निकालने के चारा घोटाले के एक दूसरे केस में सभी आरोपियों को सजा हो चुकी है।
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बता दें इस मामले में उन्हें 3 जनवरी को सजा सुनाई जाएगी।
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