
लखनऊ के आलमबाग थाना क्षेत्र के गढ़ी कनौरा में बुधवार देर रात एक दिल दहलाने वाले दोहरे हत्याकांड ने पूरे शहर में सनसनी फैला दी। आरोपी दामाद जगदीप सिंह ने अपनी सास आशा देवी (73) और ससुर अनंत राम (75) की चाकू से गोदकर बेरहमी से हत्या कर दी।

इस वारदात के बाद इलाके में दहशत का माहौल है। पुलिस ने आरोपी को मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया और हत्या में इस्तेमाल चाकू बरामद कर लिया है। पूनम की तहरीर पर जगदीप के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है।
पुलिस और पूनम के बयान के अनुसार, जगदीप सिंह, जो मूल रूप से उन्नाव का रहने वाला है, बुधवार रात करीब 8 बजे अपनी पत्नी पूनम से मिलने गढ़ी कनौरा स्थित ससुराल पहुंचा। पूनम (प्राथमिक विद्यालय में शिक्षिका) और जगदीप के बीच पिछले पांच साल से घरेलू विवाद चल रहा था। अप्रैल 2025 से पूनम अपने मायके में माता-पिता के साथ रह रही थी। जगदीप, जो शराब का आदी बताया जा रहा है, पूनम को अपने साथ निशातगंज ले जाने के लिए कह रहा था, लेकिन पूनम ने उसकी हरकतों और मारपीट से तंग आकर बात करने से इनकार कर दिया।
बातचीत के दौरान दोनों के बीच कहासुनी बढ़ गई। गुस्से में जगदीप ने पूनम की पिटाई शुरू कर दी। पूनम के सास-ससुर, आशा देवी और अनंत राम (रेलवे सुरक्षा बल से सेवानिवृत्त हेड कांस्टेबल), ने बीच-बचाव की कोशिश की। इससे नाराज जगदीप ने अपने बैग से चाकू निकाला और पहले अनंत राम की गर्दन पर ताबड़तोड़ वार किए, फिर आशा देवी पर हमला कर उन्हें भी मौत के घाट उतार दिया। पूनम ने अपने माता-पिता को बचाने की पूरी कोशिश की, लेकिन वह नाकाम रही।
पूनम के खुलासे और परिवार की स्थिति
पूनम ने बताया कि शादी के शुरुआती साल ठीक थे, लेकिन पिछले कुछ महीनों से जगदीप शराब पीकर आए दिन मारपीट और अभद्रता करता था। उसने जगदीप के खिलाफ महिला आयोग में शिकायत भी दर्ज की थी, जिससे वह और नाराज था। पूनम और जगदीप के दो बेटे हैं—गुरुदित्त (जम्मू में अपनी मौसी कंचन के पास) और सनवीर (3 वर्ष), जो वारदात के समय घर पर मौजूद था। हादसे के बाद मासूम सनवीर सहमा हुआ है और लगातार अपनी नाना-नानी को याद कर रो रहा है।
अनंत राम के दो बेटे, रोहन (मिर्जापुर में इलाजरत) और सूरज (जम्मू में), तथा दो बेटियां, कंचन और पूनम, हैं। घटना के समय रोहन की पत्नी मोनिका अपने मायके में थी, लेकिन सूचना मिलते ही वह देर रात घर पहुंची।
पुलिस कार्रवाई और स्थानीय लोगों की भूमिका
हादसे के दौरान पूनम की चीख-पुकार सुनकर पड़ोस में रहने वाली धर्मशिला देवी मौके पर पहुंचीं। जगदीप ने उन पर भी हमला करने की कोशिश की, लेकिन वह जान बचाकर भाग निकलीं और मोहल्ले में शोर मचाया। स्थानीय लोगों ने हिम्मत दिखाते हुए जगदीप को दबोच लिया और पुलिस को सौंप दिया। आलमबाग थाना पुलिस, इंस्पेक्टर सुभाष चंद्र सरोज के नेतृत्व में मौके पर पहुंची और घायल दंपती को अस्पताल ले गई, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। फॉरेंसिक टीम ने घटनास्थल से साक्ष्य जुटाए, जिसमें टूटी चूड़ियां और खून से सना चाकू शामिल हैं।
पुलिस उपायुक्त (मध्य) आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि प्रारंभिक जांच में यह पारिवारिक विवाद का मामला प्रतीत होता है। जगदीप ने हत्या के इरादे से चाकू साथ लाया था, जिससे संभावना है कि वह पूनम को भी निशाना बनाने की योजना बना रहा था। पूनम को भी हमले में चोटें आई हैं, और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है।