दिवाली 2017: जानिए दीपावली पर शुभ मुहूर्त और पूजा विधि
दिवाली हिंदुओं के मुख्य त्यौहारों में से एक है। दीवाली का त्योहार कार्तिक मास की अमावस्या को बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। जिसे लक्ष्मी पूजा के नाम से भी जाना जाता है। दिवाली को हिन्दुओं द्वारा भगवान श्री राम के अयोध्या वापसी की खुशी में मनाई जाती है। दीवाली के दिन लक्ष्मी जी की पूजा का भी विधान है।
स्कंद पुराण के अनुसार कार्तिक अमावस्या के दिन सुबह स्नान आदि से निवृत्त होकर सभी देवताओं की पूजा इस विधि से कानी चाहिए।
धर्म शास्त्रों में दिपावली में लक्ष्मी गणेश पूजन में प्रदोष काल का भी खासा महत्व होता है। दिन-रात के संयोग को ही प्रदोष काल कहते है।
ये हैं शुभ मुहूर्त:-
प्रदोष काल मुहूर्त
मां लक्ष्मी पूजा का शुभ मुहूर्त: शाम 05:43 से 08:16 तक
वृषभ काल: शाम 7:11 से 9:06 तक
चौघड़िया पूजा मुहूर्त
सुबह: 6:28 से 7:53
शाम: 4:19 से 8:55
महानिशिता काल मुहूर्त
लक्ष्मी पूजा का अवधि- 51 मिनट
महानिशिता काल- 11:40 से 12:31
दिवाली के दिन शाम होने के बाद माता लक्ष्मी और गणेश जी की नयी मूर्ति पूजा घर में रखें। तत्पश्चात पूजा चौकी पर स्वस्तिक बनाकर और चावल रखकर स्थापित करें। मूर्तियों के सामने एक जल से भरा हुआ कलश रखें। इसके बाद मूर्तियों के सामने बैठकर हाथ में जल लेकर शुद्धि मंत्र का उच्चारण करते हुए उसे मूर्ति पर, परिवार के सदस्यों पर और घर में छिड़काव करें।