आजादी के दिन केजरीवाल ने बताई एक मात्र इच्छा, कहा- भाजपा नेता को चांटा मारना चाहता हूं

केजरीवाल ने चंडीगढ़नई दिल्ली। आज 15 अगस्त 2017 यानी आजादी के जश्न का दिन है। पूरे देश में इस जश्न के माहौल के बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने चंडीगढ़ छेड़छाड़ मामले को उठाते हुए भाजपा पर निशाना साधा। उन्होंने केवल उस घटना की निंदा ही नहीं की बल्कि देर रात लड़की घर से बाहर क्यों निकली… ऐसा सवाल करने वाले भाजपा नेता को चांटा मारने की मंशा जाहिर की।

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केजरीवाल ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर ध्वजारोहण किया। अरविंद केजरीवाल ने इस मौके पर दिल्लीवासियों को संबोधित भी किया।

केजरीवाल ने अपने भाषण में कहा कि हमारे देश ने पिछले 70 वर्षों में हर क्षेत्र में प्रगति की है, लेकिन आज भी हमारे मन में कई सवाल उठते हैं।

केजरीवाल ने हाल ही में हरियाणा के बीजेपी अध्यक्ष सुभाष बराला के बेटे विकास द्वारा लड़की के साथ की गई छेड़छाड़ का मुद्दा भी उठाया।

केजरीवाल ने कहा कि मैं महिलाओं से पूछता हूं कि क्या वो खुद को सुरक्षित मानती हैं, अभी एक नेता की बेटे ने छेड़छाड़ की तो पूरा सिस्टम उसे बचाने में लग गया।

उन्होंने कहा कि एक नेता ने बयान दिया कि लड़की इतनी लेट से क्यों निकली, मेरा मन किया कि मैं उस नेता को चांटा मार दूं। अगर कोई गलत काम करता है तो उसके अंदर कानून का खौफ होना चाहिए।

केजरीवाल बोले कि जो देश हमारे बाद आजाद हुए वो देश हमसे भी आगे निकल गए हैं। जो देश दूसरे विश्वयुद्ध में तहस-नहस हो गए थे, वो भी हमसे आगे निकल गए हैं।

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भारत के लोग मेहनती और कर्मठ होते हुए भी इसलिए पिछड़े या डेवलपिंग कंट्री रहे हैं, क्योंकि उन देशों ने अपने लोगों के निर्माण पर पैसा खर्च किया। शिक्षा और स्वास्थ्य पर पैसा खर्च किया है।

दिल्ली सीएम ने कहा कि जहां के लोग अनपढ़ हैं क्या वो देश विकसित होगा, नहीं। विकसित होने के लिए अच्छी शिक्षा जरूरी है।

कई सरकारों ने कहा कि स्मार्ट सिटी और स्मार्ट विलेज बनाएंगे। लेकिन जब तक स्मार्ट सिटीजन नहीं होंगे तब तक कोई स्मार्ट सिटी या स्मार्ट विलेज नहीं बनेगा। अपने आप बन जाएंगे।

शिक्षा और स्वास्थ्य मामले पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि इस दिशा में पैसा की सबसे ज्यादा बढ़ोत्तरी हुई है। बजट में 38 फीसदी शिक्षा और स्वास्थ्य पर खर्च किया गया है।

इतना कहते हुए उन्होंने एक वाकए का जिक्र किया कि कुछ दिन पहले वे सचिवालय से बाहर आए। उस वक्त उन्होंने कुछ छोटी-छोटी बच्चियों को धरना देते देखा। उन्होंने कहा कि जब उन्हें पता चला कि वे बच्चियां फेल हो गई हैं तो मुझे बहुत शर्म आई।

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