पुलिस ने उतारे कपड़े, जेबकतरों ने लूट लिया गायत्री प्रजापति का खजाना

गायत्री प्रजापति कोनई दिल्‍ली। सपा सरकार के पूर्व कैबिनेट मंत्री गायत्री प्रजापति को सामान्य बंदियों की तरह बुधवार को जिला जेल के छोटे गेट से भीतर जाना पड़ा। इतना ही नहीं प्रजापति को जेल के दूसरे गेट पर लगे मेटल डिटेक्टर से गुजरना पड़ा। जेलकर्मियों और लम्बरदारों ने उनकी सघन तलाशी ली।

तलाशी के दौरान कपड़े उतराने की बात पर गायत्री ने कुछ आनाकानी की, लेकिन जेल प्रशासन की सख्ती के आगे उनकी एक नहीं चली। चिकित्सीय परीक्षण और कानूनी कार्रवाई पूरी होने के बाद जेल प्रशासन ने गायत्री प्रजापति को जेब कतरों के साथ मुलाहिजा बैरक में बंद करा दिया गया।

बुधवार दोपहर करीब साढ़े 12 बजे गायत्री प्रजापति पुलिस हिरासत में कई दर्जन वाहनों के काफिलों के साथ जिला जेल पहुंचे थे। जेल के बाहर सैकड़ों सपाइयों के पहुंचने से सड़क पर जाम लग गया। जेल के बरियर गेट पर जेलकर्मियों ने पुलिस वाहन को छोड़ बाकी को बाहर ही रोक लिया।

सीसीटीवी की निगरानी में गायत्री

जेल प्रशासन ने पूर्व मंत्री होने के नाते गायत्री प्रजापति को सीसीटीवी की निगरानी वाली बैरक में रखा है। ताकि उनकी गतिविधियों पर नजर रखी जा सके। जेल अधिकारियों ने कंट्रोल रूम में बैठे जेलकर्मी को सख्त निर्देश दिए हैं कि वो गायत्री पर कड़ी नजर रखे।

बड़ा गेट खुलने का इंतजार किया गायत्री ने

गायत्री प्रजापति पुलिस वाहन से नीचे उतरने के बाद जेल के बड़े गेट के खुलने का इंतजार करने लगे। गायत्री ने गेट पर तैनात जेलकर्मी को अर्दब में लेते हुए बड़ा गेट खोलने के लिए कहा। उसके मना करने पर गायत्री ने उससे अधिकारियों से वार्ता की बात कही। यह जेलकर्मी जेल भीतर जाकर अधिकारियों से बात करने बाद वापस आकर छोटे गेट से आने के लिए बोला। भारी संख्या में जेलकर्मी और पीएसी जवानों के आ जाने से गायत्री नरम हुए और छोटे गेट से भीतर प्रवेश कर गए।

जेल के भीतर दर्जन भर जेलकर्मी और दो दर्जन लम्बरदार (सजायाफ्ता कैदी) देख गायत्री सहम गए। एक जेलकर्मी ने कहा कि मंत्री जी परेशान न हो यहां कपड़े उतार कर तलाशी ली जाएगी। सामान्य बंदियों की तरह तलाशी देने के बाद जेल डॉक्टरों ने चिकित्सी परीक्षण किया। सबकुछ सामान्य मिलने पर उन्हें मुलाहिजा बैरक में बंद करा दिया गया।

सपाइयों की जेलकर्मियों से नोकझोंक,  पीएसी ने संभाला मोर्चा

बैरियर गेट के पर रोके जाने पर गायत्री प्रजापति के दर्जनों समर्थक जेलकर्मियों से उलझ गए। जेल के भीतर जाने की जिद पर अड़े सपाइयों की जेलकर्मियों से नोकझोंक हुई। मामला बढ़ता देख जेल प्रशासन ने बैरियर गेट पर पीएसी को तैनात कर दिया। गेट पर भारी संख्या में जेलकर्मी और पीएसी जवानों के आ जाने से यह लोग वापस सड़क पर लौट आए।

गायत्री प्रजापति की सिफारिश में गए सपा के एमएलसी अक्षय प्रताप सिंह,  शैलेन्द्र सिंह समेत दर्जनों सपाइयों की एक नहीं चली। इन लोगों की जिद के चलते एक जेल अधिकारी वार्ता के लिए जेल से बाहर आया। उसने शासन से सख्ती और नियमों का हवाला देते मुलाकात कराने से मना कर दिया। करीब एक घंटे की जद्दोजहद के बाद सपाई निराश होकर वापस लौट गए।

अधीक्षक ने कहा

जेल अधीक्षक शशिकांत मिश्रा कहा कहना है कि गायत्री प्रजापति की सामान्य बंदियों की तरह तलाशी और मेडिकल कराया गया। उन्हें मुलाहिजा बैरक (कोरनटाइन) में रखा गया है।

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