
ईरान के लोग इस साल पवित्र मक्का शहर में हज यात्रा पर नहीं जाएंगे। पिछले साल सऊदी अरब के मक्का में हज यात्रा के दौरान भगदड़ मच गई थी। इस दौरान 700 से अधिक लोगाें की मौत हो गई थी। इनमें ज्यादातर ईरान के लोग थे।
हज यात्रा और विवाद
ईरान के संस्कृति मंत्री ने कहा है कि वह अपने नागरिकों को इस साल हज के लिए मक्का नहीं भेजेंगे। उन्होंने इस मामले के सऊदी अरब को जिम्मेदार ठहराया है।
पिछले साल लगभग 60 हज़ार ईरानी नागरिक हज के लिए गए थे। हज के दौरान शैतान पर पत्थर फेंकने की रस्म के दौरान भगदड़ मच गई थी। इसमें सैंकड़ों हजयात्रियों की मौत हो गई थी।
इस घटना के बाद ईरान के सर्वोच्च धार्मिक नेता आयतुल्लाह ख़मेनेई ने सऊदी अरब से माफ़ी मांगने को कहा था। हालांकि सऊदी ने अभी तक इस मामले में न तो कोई रिपोर्ट पेश की है न ही माफी मांगी है। इससे ईरान की सरकार और धार्मिक नेताओं में खासी नाराजगी है।
सऊदी अरब और ईरान के बीच सीरिया और यमन के युद्ध समेत कई मुद्दों पर रिश्ते तनावपूर्ण रहे हैं। हज यात्रा पर भी दोनों देशों के बीच बड़ा विवाद सामने आ चुका है।
साल 1987 में अमेरिका और इसराइल विरोधी मार्च के दौरान सऊदी के सुरक्षा बलों के साथ हुई मुठभेड़ में 402 हजयात्री मारे गए थे। इनमें से ज्यादा ईरानी थी। इस विवाद में भी ईरान ने तीन साल तक हज पर पाबंदी लगा दी थी।