अब जाएगी सीएम अखिलेश की कुर्सी, यूपी में राष्ट्रपति शासन की तैयारी!
लखनऊ। यूपी में राजनीतिक हालात पल दर पल बदल रहे हैं। सात मंत्रियों को बर्खास्त करने के बाद सख्त तेवर में दिख रहे सीएम अखिलेश की कुर्सी अब खतरे में है। यह दावा सिर्फ सोशल मीडिया नहीं कर रहा। सरकार के एक पुराने नौकरशाह का दावा है कि 24 अक्टूबर को मुलायम ने समाजवादी पार्टी के पुराने वफादारों की बैठक बुलाई है। इस बैठक में सीएम अखिलेश यादव को पदासीन करने का फैसला लिया जा सकता है।
समाजवादी सरकार से बगावत करने वाले पूर्व आईएएस सूर्य प्रताप सिंह ने दावा किया है कि अखिलेश यादव को 24 अक्टूबर को पार्टी से बाहर निकाला जाएगा। अपनी फेसबुक पोस्ट में उन्होंने लिखा कि 24 अक्टूबर को सीएम अखिलेश यादव की पार्टी से बर्खास्तगी की पूरी संभावना है। मुलायम ने 24 तारीख़ को सभी एमएलए व एमएलसी की बैठक बुलायी है। इस बैठक में एमएलए और एमएलसी के दबाव में यादव परिवार को एक होने के लिए बाध्य होना पड़ेगा या फिर सपा के विघटन का रास्ता तय हो जाएगा।
उन्होंने लिखा कि बैठक में समझौता नहीं हो पाया तो विधान मंडल दल की बैठक में होगी तो अखिलेश की बर्ख़ास्तगी भी सम्भव है। उन्होंने कहा कि 23 तारीख़ की रात सपा के भविष्य के लिए ‘क़त्ल’ की रात और 24 तारीख़ ‘विघटन’ का दिन हो सकता है।
उधर, सोशल मीडिया पर एक मैसेज भी वायरल हो गया है, जिसमें यूपी में राष्ट्रपति शासन लगाने की बात चल रही है। इस वायरल मैसेज के पीछे समाजवादी पार्टी के लोगों का ही हाथ बताया जा रहा है। पूर्व आईएएस सूर्य प्रताप सिंह की पोस्ट से इस मैसेज को बल मिल रहा है।
सीएम अखिलेश की कुर्सी पर खतरे का मैसेज वायरल
उत्तर प्रदेश में राजनीतिक संकट, राष्ट्रपति शासन की तैयारी
शिवपाल यादव की मंत्रिमंडल से बर्ख़ास्तगी के बाद अखिलेश सरकार पर भी संकट के बादल। अखिलेश सरकार को मुख्यमंत्री के पद से अपदस्थ करने के लिये राज्यपाल को चिट्ठी लिख सकती है समाजवादी पार्टी। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को पद से हटाने की कोशिश करेगी समाजवादी पाटी। मुख्यमंत्री पद पर रहते अखिलेश यादव भी खेल सकते हैं बड़ा दांव। राज्यपाल को चिट्ठी लिखकर विधानसभा को भंग करा सकते हैं अखिलेश यादव। राष्ट्रपति शासन की तरफ भी बढ़ सकता है उत्तर प्रदेश। 14 साल बाद एक बार फिर यूपी में लग सकता है राष्ट्रपति शासन।