लाखों की साइबर ठगी में एक और शातिर की पहचान

एटीएम कार्डदेहरादून : तमाम दूनवासियों के एटीएम कार्ड की क्लोनिंग कर उनके खाते में सेंध लगाने वाले गैंग के सदस्यों की संख्या एक दर्जन से भी ज्यादा है। मंगलवार को गैंग के एक और सदस्य की पहचान हुई, लेकिन पुलिस अब तक उसकी लोकेशन टेस नहीं कर पाई है। वहीं, बीते दिनों गैंग की महिला सदस्य की गिरफ्तारी के बाद भूमिगत हुए रामबीर, सुदेश व जगमोहन का भी पुलिस टीमें सुराग नहीं लगा पाई हैं।

बता दें कि 11 जुलाई की रात दूनवासियों के बैंक खातों से अचानक रकम निकलने लगी। एकाध लोगों ने नेहरू कॉलोनी पुलिस को रात में ही इसकी जानकारी दी। अगले दिन दर्जनों लोग खाते से रकम निकलने की शिकायत लेकर नेहरू कॉलोनी, रायपुर, डालनवाला, कोतवाली पहुंच गए।

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यह सिलसिला तीन-चार दिन तक जारी रहा। इस दरमियान 97 लोगों के खातों से 30 लाख रुपये से अधिक की रकम निकाली गई। जांच में पता चला कि स्कीमर के जरिये एटीएम कार्ड की क्लोनिंग की गई है। साइबर ठगी की इस घटना को अंजाम देने वाले तीन आरोपियों रामबीर, सुदेश व जगमोहन निवासी झज्जर हरियाणा की पहचान 24 जुलाई को हुई। इसके बाद 27 जुलाई को अनिल कुमारी नाम की एक महिला का भी नाम सामने आया, जिसे गिरफ्तार किया जा चुका है।

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अनिल से मिली जानकारी के आधार पर पुलिस रामबीर, सुदेश व जगमोहन की तलाश कर रही है। गिरोह के मास्टर माइंड रामबीर पर विभिन्न राज्यों में धोखाधड़ी के 34 मुकदमे दर्ज हैं। इधर, मंगलवार को इस ठगी में शामिल गैंग के एक और सदस्य की पहचान हुई, लेकिन पुलिस उसे भी गिरफ्तार नहीं कर पाई है। एसएसपी निवेदिता कुकरेती ने बताया कि गैंग के चार सदस्यों की पहचान हो चुकी है। पांचवें शख्स के बारे में भी कई ठोस जानकारियां मिली हैं।

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