वोट वॉर से परे सोशल मीडिया वॉर में PM मोदी, राहुल से ज़्यादा ट्विटर पर हैं सक्रिय !

2019 का लोकसभा चुनाव आरोप-प्रत्यारोपों से घिरा हुआ है. ज़मीनी स्तर से लेकर सोशल मीडिया तक, चुनावी कुश्ती में इस बार नेता खूब दमखम के साथ नज़र लड़ते आ रहे हैं. हालांकि, इन सब के बीच जो सबसे महत्त्वपूर्ण लड़ाई है, वो है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी-बनाम राहुल गांधी की.

मोदी और राहुल गांधी ने सोशल मीडिया पर एक दूसरे को पछाड़ने में कोई कसर नहीं छोड़ी. इन सब को मापने के लिए इंडिया टुडे डाटा इंटेलिजेंस यूनिट ने ट्विटर आंकड़ों से यह जानने की कोशिश की कि सोशल मीडिया की जंग में आखिर भारी कौन है.

10 मार्च 2019 यानी जबसे चुनावों के तारीखों का ऐलान हुआ तब से लेकर 21 अप्रैल 2019 तक हमने राहुल गांधी और नरेंद्र मोदी के ट्विटर आंकड़ों का विश्लेषण किया गया. चूंकि मोदी बतौर प्रधानमंत्री भी काफी कुछ ट्वीट करते रहते हैं, इसलिए हमने उनके सभी आधिकारिक ट्वीट्स को अपने विश्लेषण से बाहर रखा और केवल राजनीतिक ट्वीट्स का ही आंकलन किया.

 

ट्वीट्स की संख्या-

ट्विटर पर जब कुछ पोस्ट करने की बारी आती है तो नरेंद्र मोदी की तुलना में राहुल गांधी कमजोर नज़र आते हैं. इन 42 दिनों में अब तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 489 ट्वीट्स पोस्ट कर चुके हैं. वहीं कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने इसी दौरान सिर्फ 72 ट्वीट किए हैं. औसत का हिसाब लगाएं तो जहां मोदी दिन में लगभग ग्यारह बार ट्वीट करते हैं, वहीँ राहुल गांधी दिन के 2 ट्वीट तक की औसत तक भी नहीं पहुंच पाते.

रीट्वीट के मामले में भी मोदी राहुल से काफी आगे हैं. जहां 489 ट्वीट्स पर मोदी को लगभग 36 लाख रीट्वीट हुए, वहीं राहुल गांधी के 72 ट्वीट, 6.7 लाख बार ही रीट्वीट हो पाए.

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वीडियो-

चूंकि ट्विटर पर कैरेक्टर की सीमा 280 होती है इसलिए यूज़र अपने आप को खुलकर अभिव्यक्त नहीं कर पाते. फोटो और वीडियो इस कमी को पूरा करने का काम करते हैं.

इस मामले में भी राहुल गांधी पीछे रह गए हैं. मोदी ने अपने 489 ट्वीट्स में से 176 ट्वीट्स ( 36 प्रतिशत) तो वीडियो के साथ ही पोस्ट की थीं. वहीं राहुल गांधी के 72 ट्वीट्स में से मात्र 11 ट्वीट्स (15 प्रतिशत) ही वीडियो के साथ पोस्ट किए गए.

मोदी के ट्वीट्स में वीडियो की संख्या इसलिए भी ज़्यादा है क्योंकि वो एक ही चीज़ को दोहरा-दोहरा के ट्वीट करते हैं. जब भी मोदी कहीं चुनावी भाषण देने पहुंचते हैं उनका ट्विटर उनके भाषण का लाइव प्रसारण करता है. इसके अलावा मोदी उसी भाषण से 2-3 क्लिप काट करके फिर से ट्वीट करते हैं.

दूसरी ओर राहुल गांधी ट्विटर पर बहुत कम ही लाइव जाते हैं और उनके ज़्यादातर वीडियो बाद में एडिट कर पोस्ट किए जाते हैं.

 

भाषा की बात-

दोनों नेताओं ने क्षेत्रीय भाषाओं को ध्यान में रखा है, लेकिन यहां भी मोदी ने राहुल गांधी को पटखनी दे दी. मोदी ने ज़्यादा भाषाओं में ट्वीट तो जरूर किए, लेकिन उनकी संख्या कम थी, वही आंकड़ों के हिसाब से राहुल गांधी ने अलग अलग भाषाओं के ट्वीट ज्यादा किए.

जहां राहुल गांधी ने 6 भाषाओं में ट्वीट किया, वहीं मोदी ने 9 भाषाओं में ट्वीट किया. राहुल गांधी के 72 ट्वीट्स में से 71 प्रतिशत अंग्रेजी में थीं, 24 प्रतिशत हिंदी में और तमिल, ओड़िया, मलयालम और मराठी में 1 प्रतिशत से कुछ ऊपर थीं.

मोदी ने अपनी ज़्यादातर ट्वीट्स को अंग्रेजी भाषा तक सीमित रखा. उन्होंने क्षेत्रीय भाषाओं में राहुल गांधी से ज़्यादा ट्वीट किए, लेकिन जब उनको प्रतिशत में आंका गया तो उनकी संख्या कम थी.

मोदी की 489 ट्वीट्स में से 83 प्रतिशत अंग्रेजी में थी, 13 प्रतिशत हिंदी में, तेलुगु और मराठी में 1 प्रतिशत से थोड़ा अधिक और ओड़िया, गुजराती, बांग्ला, तमिल और असामिया भाषा में 1 प्रतिशत से कम ट्वीट्स देखने को मिले.

 

लोगों से जुड़ाव-

ये एक ऐसा क्षेत्र है जहां मोदी और राहुल गांधी में आकाश पाताल का अंतर देखने को मिलता है. राहुल गांधी का ट्विटर सिर्फ उनकी बातें ही रखता है इसके विपरीत मोदी के ट्वीट्स लोगों से जुड़ते हुए नज़र आते हैं. मोदी ट्विटर पर और लोगों से भी संपर्क करते हैं.

अपने साथी मंत्रियों के विचारों को ट्वीट करने से लेकर, लोगों को जागरूक वोटर बनाने के लिए मोदी टॉप फिल्मस्टारों, कलाकारों और पत्रकारों को टैग करके ट्वीट भी करते हैं. जब ट्विटर पर #MainBhiChowkidaar ट्रेंड कर रहा था, तब मोदी आम जनता को ट्विटर पर धन्यवाद देते हुए नज़र आ रहे थे.

कांग्रेस ने भी #ChowkidaarHiChorHai ट्रेंड  करने की कोशिश की लेकिन राहुल के ट्विटर हैंडल में मोदी वाला दम नहीं दिखा. उन्होंने मुश्किल से ही किसी साथी कांग्रेसी के हवाले से कुछ ट्वीट किया और यहां तक अपनी बहन प्रियंका गांधी के ट्वीट्स तक को रिट्वीट नहीं किया. आम जनता के साथ राहुल गांधी ट्विटर पर तो बिलकुल भी इंटरैक्ट करते नज़र नहीं आते.

11 मार्च को इसी साल नरेंद्र मोदी ने ट्विटर पर पंजाब के मुख्यमंत्री और कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता कैप्टन अमरिंदर सिंह को जन्मदिन की मुबारकबाद दी, वहीं कांग्रेस अध्यक्ष ने उनको ट्विटर पर बधाई नहीं दी.

हालांकि, राहुल गांधी भी ट्विटर पर खासे लोकप्रिय हैं लेकिन इन सब तथ्यों के आधार पर ये कहना गलत नहीं होगा कि सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जितना असर छोड़ने के लिए राहुल गांधी को अभी एक लंबी दूरी तय करनी है.

 

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