वेतनवृद्धि के लिए पीएमओ पहुंचे सांसदों से बोले मोदी- अभी नहीं पहले अपने खर्चे घटाओ !

वेतनवृद्धि नई दिल्ली। देश की आवाम जिसमें बहुत बड़ी संख्‍या में गरीब जनता भी है, द्वारा विकास और अन्‍य आश्‍वासनों पर चुन कर लोकसभा और फिर राज्‍यसभा जाने वाले सांसद लोगों की भलाई और देश के विकास के लिए कम बल्कि अपने वेतनवृद्धि के लिए ज्‍यादा चिंतित हैं। कुछ सांसद तो इस कदर चिंतित हैं कि वो बाकायता सांसदों के हस्‍ताक्षर युक्‍त पत्र लेकर पीएम आवास के चक्‍कर काट रहे हैं।

कई भाजपा सांसदों ने बुधवार को प्रधानमंत्री का दरवाजा खटखटाया। बहरहाल माना जा रहा है कि उन्हें किसी भी मुद्दे पर कोई आश्वासन नहीं मिला बल्कि उन्हें यह सलाह देकर वापस कर दिया गया कि वेतनवृद्धि की मांग से पहले खर्च घटाने पर काम करना चाहिए।

वेतनवृद्धि के लिए पीएम का समर्थन लेने गए सांसदोंं की उम्‍मीदों पर फिरा पानी

बताते हैं कि कुछ सांसदों ने संसद परिसर में ही प्रधानमंत्री कार्यालय जाकर पीएम से मुलाकात की। एक सांसद ने कहा कि लगभग ढाई सौ सांसदों के हस्ताक्षर के साथ एक ज्ञापन सौंपा गया है जिसमें सांसद निधि बढ़ाने की मांग है। उनका कहना था कि जो निधि अभी मिली हुई है, उससे पूरे संसदीय क्षेत्र की देखभाल नहीं हो पाती है। एक अन्य सूत्र के अनुसार, अनौपचारिक रूप से कुछ सांसदों ने वेतनवृद्धि की भी बात की। लेकिन प्रधानमंत्री ने खर्च कम करने की सलाह देकर सबको चुप करा दिया।

गौरतलब है कि वेतनवृद्धि की मांग सदन के अंदर भी कुछ सांसद कर चुके हैं जबकि सरकार की ओर से उन्हें संकेत दे दिया गया है कि सांसदों के वेतन पर फैसले का अधिकार एक स्वतंत्र इकाई को दिया जाना चाहिए ताकि जनता में गलत संदेश न जाए।

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