लाज बचाने के लिए लखनऊ पुलिस ने विभूतिखंड हत्याकांड का किया खुलासा

रिपोर्टर—सैय्यद अबू तलहा

लखनऊ। राजधानी में देर रात हुई निजी होटल रिसेप्शनिस्ट कृष्ण प्रताप की हत्या के मामले में लखनऊ पुलिस देर शाम कहानी गढ़ कर अपनी लाज बचाती नज़र आई। चौतरफा कानून व्यवस्था पर उठ रहे सवालों से बचने के लिए लखनऊ पुलिस ने हत्या कराने वाले शख्स धीरज नारंग और हत्या के लिए उकसाने वाली दो महिलाओं को गिरफ्तार करते हुए हत्याकांड का खुलासा करने का दावा ठोक दिया।

जबकि हत्या करने वाला शूटर और उसके साथी को रात में मुठभेड़ के दौरान पकड़ लिया। पुलिस के मुताबिक रिसेप्शनिस्ट कृष्ण प्रताप सिंह और देवराज नारंग के बीच कहासुनी हुई थी जिसके बाद रिसेप्शनिस्ट की हत्या की साज़िश रच दी गयी। इस पूरे मामले में पुलिस की ओर से ईगो-हर्ट होना की वजह से हत्या करने की बात बताई जा रही है।

चटकीले स्वाद वाले मोमोज खा कर हो जायेंगे मस्त

पुलिस के मुताबिक हत्या कराने वाले धीरज नारंग और रूबी पास के ही एक दूसरे निजी होटल में रुके थे और रात करीब 10 बजे दूसरे निजी होटल मे रुकी गुरमीत कौर से न मिलने पर रिसेप्शनिस्ट से नारंग की कहासुनी हुई थी।

नेतन्याहू व पुतिन सुरक्षा प्रतिनिधिमंडलों के बीच बैठक पर सहमत

जिसके बाद गुरमीत कौर द्वारा उकसाने के बाद धीरज ने देर रात करीब 2 बजे अपने 2 साथी अभय सिंह और हरिओम को बुला कर रिसेप्शनिस्ट की हत्या करवा दी। रिसेप्शनिस्ट की हत्या के बाद से शूटर और उसका साथी फरार था।

LIVE TV