वाराणसी में लगभग 120 करोड़ की परियोजनाएं भ्रष्टाचार के जाल में, स्पेशल इन्वेस्टीगेशन टीम की जांच हुई तेज

मुख्यमंत्री ने वीडियोकांफ्रेंसिंग के जरिए मंडल की परियोजनाओं की समीक्षा बैठक के दौरान पूर्व की योजनाओं में लूट खसोट की एसआइटी (स्पेशल इन्वेस्टीगेशन टीम) की जांच तेज करने के संकेत देकर दर्जनों विभागों के अफसरों की धड़कने बढ़ा दी हैं। लंबे समय से चल रही एसआइटी जांच की रिपोर्ट शीघ्र आने की उम्मीद बढ़ गई है। वाराणसी में लगभग 120 करोड़ की परियोजना शामिल हैं। इसमें मुख्य रूप से पर्यटन एवं शिल्प कला केंद्र की स्थापना के अंतर्गत अर्बन हॉट का निर्माण, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चिरईगांव गांव (नरपतपुर),  प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र गोबरहा का निर्माण,  केंद्रीय कारागार में वाराणसी में श्रेणी-2 के अंतर्गत 48 आवासों का निर्माण, राजकीय पॉलीटेक्निक का निर्माण व कई सार्वजनिक स्थलों के चाहरदीवारी आदि का निर्माण में धांधली की जांच चल रही है।

हालांकि इन सभी परियोजनाओं में काम हुआ है लेकिन आधा अधूरा। चिरईगांव प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में तीस बेड के निर्माण में बहुत से आवास अभी अपूर्ण हैं। कुछ यही हाल गोबरहा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) का भी है। मजे की बात है कि वर्ष 2014 में कार्यदायी एजेंसी ने स्वास्थ्य विभाग को हैंडओवर भी कर दिया था। प्राथमिक जांच व शिकायतों को देखते हुए एसआइटी को जांच सौंपा गया है। इन सभी परियोजनाओं को पूर्ण करने का जिम्मा कार्यदायी एजेंसी निर्माण निगम भदोही इकाई के जिम्मे था। हालांकि एसआइटी निर्माण निगम द्वारा निर्मित 500 करोड़ से अधिक की परयिोजनाओं की जांच कर रहा है। इसमें वाराणसी मंडल के अलावा अन्य मंडल भी शामिल हैं।

वाराणसी के अलावा वाराणसी मंडल के चंदौली जनपद में भी परियोजनाओं को आकार देने में जमकर खेल हुआ। राजकीय पॉलीटेक्निक, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) शाहबगंज, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बरहनी, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चहनियां, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चंदासी, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बबुरी, टीबी क्लीनिक भवन, मॉडल स्कूल नौगढ़ भी भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया। जौनपुर में 11 परियोजनाओं में भ्रष्टाचार की जांच चल रही है। इसमें मुख्य रूप से केराकत, मछलीशहर, मडियांहू में तहसील अनावासीय भवन के अलावा बरईपुर, जयरामपुर, सरायडीह, गौराबादशाहपुर, रामपुर, सिरकौनी व खुटहन में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र शामिल हैं। गाजीपुर में सर्वाधिक परियोजनाओं में गोलमाल की जांच हो रही है। इसमें राजकीय पॉलीटेक्निक, पुल्ड हाउङ्क्षसग, प्राथमिक स्वास्थ्य केद्र, पर्यटन विकास को लेकर मंदिरों के निर्माण समेत 55 परियोजनाएं शामिल हैं। कुछ परियेाजनाओं पर अच्छा खासा पैसा खर्च हुआ लेकिन जमीन पर कार्य नहीं दिखता है। सभी की कार्यदायी एजेंसी निर्माण निगम रही। सिफ यूनिट अलग-अलग रहे।

जिलेवार मामले

वाराणसी में सात परियोजना

चंदौली में आठ परियोजना

जौनपुर में 11 परियोजना

गाजीपुर में 55 परियोजना

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