मुंबई.बॉलीवुड अभिनेता वरुण धवन नई जनरेशन के अकेले ऐसे स्टार हैं, जिन्होंने अभी तक बॉक्स ऑफिस पर एक भी फ्लॉप फिल्म नहीं दी है। चाहें बात मसाला एंटरटेनर्स की हो या फिर विषय आधारित फिल्म की; वरुण धवन को दर्शक हर अवतार में प्यार देते हैं। अगर ऐसा कहा जाए कि वरुण धवन मेन स्ट्रीम सिनेमा और आर्ट सिनेमा के बीच जबरदस्त संतुलन बनाने में कामयाब रहे हैं तो गलत नहीं होगा।
लेकिन क्या आप जानते हैं, वरुण धवन यह संतुलन बनाने में कामयाब कैसे रहे हैं ? अगर आपके दिमाग में यह ख्याल उमड़ रहा है कि इस काम में उनको पापा डेविड धवन की मदद मिलती है तो आप पूरी तरह से गलत हैं। असल में वरुण धवन अपने करियर की शुरूआत से ही आर्ट फिल्मों की तरफ आकर्षित थे और घर पर उन्हें मसाला फिल्मों का जबरदस्त माहौल मिलता था, जिस कारण वो दोनों को अपने अंदर समाहित करने में कामयाब रहे हैं।
इफ्फी के दौरान ‘सुई-धागा’ एक्टर ने बड़ा खुलासा करते हुए बताया कि वो अपना करियर आमिर खान की ‘धोबी-घाट’ से शुरू करना चाहते थे, जिसके लिए उन्होंने ऑडीशन भी दिया था। हालांकि जब उनके पापा को इस बात की जानकारी लगी तो वो काफी नाराज हुए।
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वरुण धवन के अनुसार, ‘मैंने फिल्म धोबी-घाट के लिए ऑडीशन दिया था लेकिन मुझे उसके लिए सलेक्ट नहीं किया गया था। जब मैंने इसकी जानकारी पापा को दी तो वो काफी नाराज हुए। उन्होंने कहा कि तुम पागल हो गए हो कि धोबी-घाट नाम की फिल्म से अपना करियर शुरू करने जा रहे हो ? तुम ऐसी फिल्मों से अपना करियर शुरू नहीं कर सकते हो।’ डेविड धवन ने बेटे वरुण धवन को ‘हीरो नंबर 1’ बनाने की कर ली है तैयारी, गोविंदा की कॉमेडी भूल जाएंगे दर्शक!
बता दें वरुण धवन ने करण जौहर की ‘स्टूडेंट ऑफ द ईयर’ से अपने करियर की शुरूआत की थी, जिसको धर्मा प्रोडक्शन के अंतर्गत बनाया गया था।फिल्म में वरुण धवन के अलावा आलिया भट्ट और सिद्धार्थ मल्होत्रा भी थे, इन दोनों कलाकारों ने भी अपना करियर इसी फिल्म से शुरू किया था।