लोगों ने पुलिस चौकी खोले जाने का किया विरोध, कहा- गरीबों का होता है शोषण!

रिपोर्ट – सुनील सोनकर

उत्तराखंड: मसूरी के चांडाल गढ़ी क्षेत्र में मसूरी पुलिस द्वारा चौकी खोले जाने को लेकर स्थानीय लोगों ने विरोध जताया है उन्होंने कहा कि चांडाल गढ़ी में चौकी खोले जाने का कोई मतलब ही नहीं होता है|

आसपास के निवास कर रहे लोगों ने आरोप लगाया कि पुलिस के कर्मचारियों द्वारा उनके साथ अभद्रता की जाती है जिसको लेकर उनके द्वारा पहले भी मसूरी पुलिस में शिकायत की गई है|

बता दें कि पुलिस द्वारा चांडाल गढ़ी में चाकी खोले जाने को लेकर 2011 में अनुमति ले गई थी परन्तु उक्त चौकी के भवन में विवाद को लेकर चौकी को स्थाई रूप से नही स्थापित किया गया था|

वहीं न्यायालय के द्वारा 2 अप्रैल को पुलिस विभाग के पक्ष में फैसला आने के बाद पुलिस विभाग के उच्च अधिकारियों के निर्देश के बाद चंडाल गढ़ी दून व्यू कॉटेज के कुछ कमरों को कब्जे में लेकर वहां पर चंडाल गढ़ी पुलिस चैकी स्थापित कर पुलिस कर्मी तैनात कर दिये गए है।

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वहीं मामले की सुचना मिलने पर उत्तराखंड संवैधानिक अधिकार संरक्षण मंच के प्रदेश संयोजक दौलत कुंवर भी मसूरी पहुंचे और कहा कि पुलिस द्वारा विवादित भूमि पर बेवजह कब्जा कर गरीब लोगो को परेशान किया जा रहा है जिसका विरोध किया जायेगा।

स्थानीय निवासी देवेश्वरी देवी और अनिल सिंह ने बताया की उनके द्वारा चंढाल गढी दून व्यू काटेज में पिछले 40 साल से टिहरी स्वः राजा मानवेंद्र सिंह के द्वारा चैकिदारी के लिये रखा गया था और तब से वह अपने परिवार के साथ यही रह रही हैं|

उन्होंने कहा की दून व्यू कॉटेज के कुछ कमरों में पूर्व में मसूरी पुलिस द्वारा चौकी खोली गई थी और उस समय पुलिस कर्मी द्वारा एक युवती के साथ अभ्रदता की गई थी जिसकी शिकायत मसूरी पुलिस को की गई थी|

उन्होंने कहा कि एक बार फिर पुलिस द्वारा चौकी खोल दी गई है जिसका वह विरोध कर रहे हैं| वह पूरे मामले को लेकर उनके द्वारा महानिदेशक उत्तराखण्ड पुलिस और एसएसपी देहरादून को शिकायत की है।

मसूरी चडालगंढी दून व्यू काटेज के केयर टेकर अनिल तिवारी ने कहा की उक्त सम्पति को लेकर पुलिस और अनुपमा प्रकाश देहरादून के बीच न्यायालय में विवाद चल रहा है जिसमें हाईकोर्ट उत्तराखण्ड के द्वारा यदास्थिति रखने के निर्देश दिये गए थे ऐसे में पुलिस द्वारा अचानक उक्त सम्मति में कब्जा कर चौकी खोली जा रही है जो न्याय उचित नहीं है।

उत्तराखंड संवैधानिक अधिकार संरक्षण मंच के प्रदेश संयोजक दौलत कुंवर ने कहा कि पुलिस द्वारा चौकी खोलने के नाम पर कई सालों से रह रहे गरीब परिवारों के सदस्यों का शोषण किया जा रहा है| जो बर्दाश्त नही किया जा सकता है।

उन्होंने कहा कि वह पूरे मामले को लेकर गरीब परिवार के साथ न्याय के लिये न्यायालय की शरण लेंगे जिससे गरीब परिवार को न्याय मिल सके।

मसूरी सीओ ए.एस.रावत ने बताया की मसूरी चंडाल गढ़ी दून व्यू काटेज उत्तराखण्ड पुलिस की सम्पति है वहीं देहरादून निवासी अनुपमा प्रकाश भी अपने आप को उक्त सम्पति की मालकिन बताती हैं |

ऐसे में मामला न्यायालय में चल रहा था जिसकी देहरादून सीनियर सिविल कोर्ट में 2 अप्रैल को सुनवाई के दौरान पुलिस के पक्ष में फैसला दिया गया है जिसके बाद पूर्व में स्थापित चंडाल गढ़ी पुलिस चौकी को एक बार स्थापित कर कर्मचारियों को नियुक्त कर दिया गया है।

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