‘यूपी में अखिलेश, देश में मोदी जैसा नेता नहीं’

नई दिल्ली। अखिल भारतीय संत सम्मेलन व धर्म संसद में अयोध्या में मंदिर बनाने की तय हुई तारीख ने राम मंदिर मुद्दे के बहाने ही सही पर सियासत ने फिर से अपने पंख फैला लिए हैं। धर्म संसद ने ऐलान किया है कि अयोध्या में 9 नवंबर से राम जन्मभूमि परिसर के चारों ओर सिंहद्वार का निर्माण किया जाएगा।

राम जन्मभूमि पर बेकार का विवाद

विवादित बाबरी मस्जिद के पैरोकार हाशिम अंसारी ने इसे बिना मतलब का विवाद बताया। अंसारी ने कहा कि देश के कानून का मजाक मत बनाओ, ऐसा इरादा करने वाले देश को तबाह कर रहे हैं।

अंसारी ने कहा कि ‘अगर ऐसा देश की आजादी से पहले ये मसला होता तो देश आज़ाद नहीं होता। चुनाव आ रहा है तो ये परिंदे अपना राग अलाप के लिए कोई शाखा तो ढूंढेंगे ही। उत्तर प्रदेश में अखिलेश जैसा लीडर और हिन्दुस्तान में मोदी जैसा नेता अब नहीं मिलेगा’।

वहीं इसी मुद्दे पर आचार्य सत्येंद्र दास का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट का आदेश इतना सख्त है कि जब तक फैसला नहीं आता तब तक कोई वहां कोई ईंट भी नहीं रख सकता। मंदिर बनेगा सब बोलते रहते हैं लेकिन कैसे बनेगा कोई ये नहीं बताता।

मुस्लिम पर्सनल बोर्ड के एस इलियास ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का आदेश है कि अयोध्या में जो 66 एकड़ की जमीन है उस पर कोई निर्माण कार्य नहीं हो सकता। वहां पर कोई निर्माण न हो अब ये केंद्र सरकार और राज्य सरकार दोनों की जिम्मेदारी है।

 

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