राजस्थान सरकार द्वारा अवैध खनन पर सख्ती से पत्थर हुआ महंगा

राजस्थान सरकार द्वारा अवैध खनन पर सख्ती से पत्थर महंगा हो गया है। आगरा में भरतपुर के बंशी पहाड़पुर से रेड सैंड स्टोन मंगाया जाता है, जो भवन निर्माण के साथ ही स्मारकों के संरक्षण में भी इस्तेमाल होता है। लॉकडाउन के समय से ही आपूर्ति प्रभावित चली आ रही है।

भरतपुर की रूपवास तहसील की बंशी पहाड़पुर की खदानों से पत्थर जगनेर के तांतपुर स्थित पत्थर मंडी में अाता है आैर वहां से अन्य स्थानाें पर भेजा जाता है। राजस्थान सरकार द्वारा अवैध खनन रोके जाने, लॉक डाउन और उसके बाद बारिश में खनन बंद होने से भरतपुर से तांतपुर की मंडी में पत्थर नहीं आ रहा है। पूर्व में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआइ) द्वारा 200 रुपये घन फुट की दर से पत्थर मंगाया जा रहा था, लेकिन आपूर्ति प्रभावित होने से इसके दाम 20 फीसद तक बढ़ गए हैं। रेड सैंड स्टोन का प्रयोग छतों के पटाव, फर्श, मंदिरों आदि में होता है। एएसआइ द्वारा स्मारकों के संरक्षण के लिए रेड सैंड स्टोन मंगाया जाता है। तांतपुर पंचायत के प्रधान राजू ने बताया कि राजस्थान से पत्थर नहीं आ रहा है। मंडी बंद है। व्यापारियों के पास पत्थर का पुराना स्टॉक है। पत्थर के काम से जुड़े अमृतलाल ने बताया कि राजस्थान से दो-तीन माह से पत्थर नहीं आ रहा। पत्थर मंडी बंद है। अभी दाम पर अधिक फर्क नहीं पड़ा है।

अधीक्षण पुरातत्वविद वसंत कुमार स्वर्णकार ने बताया कि अवैध खनन पर सख्ती से पत्थर के रेट में फर्क आया है। लॉक डाउन में आपूर्ति बंद रही। आपूर्ति जब कम होती है तो दाम बढ़ते ही हैं।

मजबूत होता है पत्थर

बंशी पहाड़पुर की खदानों का पत्थर मजबूत होता है और उसकी अधिक देखरेख की आवश्यकता नहीं होती है। इसलिए यह पसंद किया जाता है। 

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