यूपी में बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं के लिए, स्वास्थ्य विभाग ने उठाया ये कदम

reporter – awanish kumar

लखनऊ- मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य सेवाओं की मॉनीटरिंग और उन्हें बेहतर बनाने के लिए सरकारी अस्पतालों की एएनएम को हाईटेक किया जा रहा है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत ई प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की सभी एएनएम को टैबलेट दिए गए हैं। वह एप के माध्यम से गर्भवती व शिशुओं से संबंधित ब्योरा री-प्रोडक्टिव एंड चाइल्ड हेल्थ पोर्टल पर भेज सकती हैं। अब एएनएम बिमारियों से सम्बंधित सभी जानकारी एक जगह रख सकती हैं।

यूपी में स्वास्थ्य योजनाओं की गाँवों में क्या प्रगति है, इसकी रिपोर्ट बनाने की जिम्मेदारी एएनएम पर होती है लेकिन उनको काम को करने में अभी काफी वक्त लगता है। अब इस प्रक्रिया को आसान करने के लिए शासन ने नए बदलाव किए हैं।

अब एएनएम टैबलेट पर इस रिपोर्ट को बनाएंगी। टैबलेट में ऑनलाइन के साथ-साथ ऑफलाइन डाटा दर्ज करने की सुविधा है। गोपनीयता रखने के लिए प्रत्येक टेबलेट का अपना यूनिक नंबर और पासवर्ड दिया गया है। टैबलेट पर सिर्फ स्वास्थ्य विभाग के ही एप काम कर सकेंगे।

इस योजना के तहत एएनएम को टैबलेट में सारी जानकारियां दर्ज करानी होंगी। टैबलेट में अनमोल एप में एएनएम को अपने प्रतिदिन के कार्यों की जानकारी दर्ज करनी होगी। उन्होंने किन गाँव का भ्रमण किया है, कहाँ-कहाँ अपनी सेवाएं दी हैं, कितने योग्य दंपत्ति हैं, गर्भवती महिलाएं तथा बच्चे हैं। बच्चे किस श्रेणी के हैं, कितने बच्चों का टीकाकरण हुआ है और किनका होना है, गाँव में कौन सा रोग फैला है, कितने लोग बीमार हैं इससे संबंधित जानकारियां टेबलेट में दर्ज करनी होंगी।

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इस संबंध में एएनएम को प्रशिक्षण भी दिया गया है। मामले में लखनऊ के मुख्य चिकित्साधिकारी ने बताया कि टैबलेट की सुविधा सिर्फ ई प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर दी गयी है। अब एएनएम को सभी जानकारी और रेकॉर्ड को ऑनलाइन रखना होगा। वही जरहरा नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की एएनएम रिंकी ने बताया कि अब तक के अभियान और टीकाकरण को इस टैबलेट में ऑनलाइन रखा जा रहा है। इससे काम करने में काफी आसानी हो रही है।

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