मोदी सरकार को लगा झटका, आईबीआई ने लिया ये फैसला

नई दिल्ली : आरबीआई ने सस्ते लोन दर की उम्मीद को बड़ा झटका दिया है। अनुमान लगाया जा रहा कि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया रेपो रेट में कुछ कटौती कर सकता है। बता दें कि आरबीआई ने रेपो रेट में कोई कटौती नहीं की है।

हलांकि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने सकल घरेलू उत्पाद के ग्रोथ पर अनुमानित 6.1 प्रतिशत से करके 5 फीसदी कर दिया है। बैंक के इस अनुमान से आर्थिक मोर्चे पर एक बड़ा झटका लगा है। बता दें कि, जुलाई-सितंबर तिमाही में जीडीपी ग्रोथ 4.5 फीसदी रही, जो कि पिछले 6 सालों का न्यूनतम स्तर है। वहीं चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही में जीडीपी ग्रोथ दर 5 फीसदी थी। वहीं आरबीआई ने महंगाई दर का अनुमान 3.5 फीसदी से बढ़ाकर 3.7 फीसदी कर दिया है।

आरबीआई के इस फैसले के साथ ही शेयर मार्केट में गिरावट देखने को मिली है। दोपहर 11.30 बजे सेंसेक्सा 40,963.72 पर और निफ्टी 12,069.25 पर कारोबार कर रहे थे। लेकिन आरबीआई के ऐलान के बाद सेंसेक्स 40 अंक लुढ़ककर 40 हजार 800 के स्तरर पर पहुंच गया।

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साल 2019 में अभी तक रेपो रेट में 1.35 फीसदी कटौती की गई थी। इसका मतलब है कि, आरबीआई ने इस साल अक्टूबर महीने तक हर दो महीने पर होने वाली मौद्रिक नीति समिति की बैठक में रेपो रेट की दर घटाई गई है इससे पहले इसी साल अक्टूबर, 2019 में रेपो रेट में 0.25 फीसदी की आखिरी कटौती हुई थी। रेपो रेट में इस कटौती के बाद ये 5.15 फीसदी पर पहुंच गया।

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