
अस्ताना(कजाकिस्तान| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को अस्ताना में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) सम्मेलन से पहले चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात की। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गोपाल बागले ने दोनों नेताओं की तस्वीर साझा करते हुए ट्वीट कर कहा, “प्रधानमंत्री मोदी अस्ताना में एससीओ सम्मेलन से पहले चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मिले।”
मोदी शुक्रवार को इस सम्मलेन में शामिल होने के बाद कजाकिस्तान द्वारा आयोजित विश्व प्रदर्शनी में भी शिरकत करेंगे।
इस दौरान पीएम मोदी ने SCO में भारत की सदस्यता के लिए समर्थन और प्रयास करने के लिए चीनी राष्ट्रपति का शुक्रिया अदा किया। हाल ही में सीमा विवाद और वन बेल्ट वन रोड परियोजना को लेकर दोनों देशों के बीच पैदा हुए मतभेद के मद्देनजर यह मुलाकात बेहद अहम है। भारत ने वन बेल्ट वन रोड समिट का बहिष्कार किया था। हालांकि इसमें दुनिया के 29 देशों के प्रमुखों ने हिस्सा लिया था। वन बेल्ट वन रोड समिट के बहिष्कार के बाद दोनों देशों के बीच यह पहली मुलाकात है। इससे पहले पीएम मोदी ने अपने पाकिस्तानी समकक्ष नवाज शरीफ से मुलाकात की।
चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स का कहना है कि SCO में भारत और पाकिस्तान के एक साथ शामिल होना बेहद अहम है। SCO जरिए भारत और पाकिस्तान एक मंच पर आएंगे। इससे दोनों देशों के बीच लंबे समय से चले आ रहे विवाद और मतभेद सुलझाने में मदद मिलेगी। अस्ताना में पीएम मोदी के अलावा पाकिस्तानी पीएम नवाज शरीफ भी पहुंचे हुए हैं। बृहस्पतिवार को दोनों नेताओं के बीच मुलाकात भी हुई। अब पीएम मोदी चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात कर सकते हैं। अस्ताना में आयोजित यह समिट भारत समेत दूसरे देशों के लिए बेहद अहम है। विशेषज्ञों का मानना है कि SCO में भारत के शामिल होने से चीन का प्रभुत्व कम होगा।