मानसिक रोग का अचूक उपाय, अपनाएं और देखें चमत्कार
आज की भागती दौड़ती दुनिया में तनाव बहुत बढ़ गया है। बढ़ते तनाव से लोगों में मानसिक बीमारियों में बढ़ोत्तरी होती जा रही है, जिसका ज्यादातर शिकार युवा वर्ग हो रहा हैं। मानसिक रोग का इलाज संभव है लेकिन ज्यादातर मामलों में इसकी पहचान ही नहीं हो पाती है। मानसिक बीमारी का उपचार आयुर्वेद के जरिये भी हो सकता है। मानसिक उपचार के लिए ब्राह्मी को आयुर्वेद में अचूक औषधि माना गया है।
ब्राह्मी के और भी कई गुण
यह मस्तिष्क की उत्तेजना को शांत करती है। इसके साथ ही गहरी नींद लाने में और याद्दाश्त बढ़ाने में भी यह उपयोगी है। ब्राह्मी कई शारीरिक समस्याओं में भी फायदेमंद साबित हुआ है।
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तनाव एवं मानसिक उत्तेजना में ऐसे करें सेवन
ब्राह्मी 2.5 ग्राम + शंखपुष्पी 2.5 ग्राम + 5 बादाम + सौंफ 2.5 ग्राम + 2 – 3 गुलाब के फूल + 2 – 3 पिसी इलायची आदि को रात में आधे गिलास पानी में भिगो दें। सुबह थोड़े दूध के साथ अच्छी तरह पीसकर मिश्री मिलाकर 250 ग्राम ठंडे दूध में घोलकर छानकर पी लें। कुछ दिन लगातार इसे पीने से मानसिक उत्तेजना तनाव एवं अनिद्रा में फायदेमंद साबित होता है।
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उच्च रक्तचाप व अनिद्रा
सोने से आधा घंटा पहले एक गिलास गुनगुने दूध में आधा चम्मच ब्राह्मी की पत्तियों का बारीक पाउडर मिलाकर पीने से गहरी नींद आती है, जिससे तनाव के साथ उच्च रक्तचाप कम हो जाता है।
त्वचा रोग
ब्राह्मी की पत्तियों को पीसकर बनाए गए लेप को फोड़े – फुंसी व एक्जिमा जैसे त्वचा रोगों में लगाने से फायदा मिलता है। ब्राह्मी सफेद दाग रक्तल्पता, पीलिया, खांसी और तलवों की जलन में भी बहुत उपयोगी है।