मां ने बेटे को बचाने के लिए गोद में लेकर लगाई आग, दोनों की मौत

मांलखनऊ। शुक्रवार को सीतापुर के गवैया गांव में हीमोफीलिया से त्रस्त बेटे के दर्द से आहत मां ने उसे गोद में लेकर आग लगाकर जान दे दी। इस घटना में दोनों की मौत हो गई। गांव में कोहराम मचा है।

कमलापुर थाना क्षेत्र के गवैया मजरा बेहड़ा बैकुंठपुर निवासी लालता के दो वर्षीय पुत्र शोभित को हीमोफीलिया बीमारी थी। इस वजह से चोट लगती तो शरीर से अधिक खून निकल जाता था। इसको लेकर लालता व उसकी पत्नी राजकुमारी (35) परेशान रहती थी। इस बीमारी का इलाज कराने का काफी प्रयास लालता ने किया मगर बेटे को कोई फायदा नहीं हुआ।

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शुक्रवार सुबह घर के बाहर खेलते समय शोभित चोटिल हो गया। उसके शरीर से खून तेजी से बहने लगा। बेटे के बहता खून देखकर राजकुमारी ने उसे गोद में उठा लिया और घर के अंदर चली गई। थोड़ी ही देर बाद घर के अंदर से चीख-पुकार की आवाज आने लगी। शोर सुनकर गांव के छोटेलाल व सैफू अंदर घुस गए, जहां आग की लपटों से घिरी राजकुमारी ने शोभित को गोद में ले रखा था।

लोगों ने आग बुझाने का प्रयास किया तभी लालता भी घर पहुंच गया। मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। राजकुमारी की सांसें थम चुकी थीं। उसकी गोद से शोभित को अलग करके पीएचसी कमलापुर ले जाया गया, जहां उसे भी मृत घोषित कर दिया गया।

राजकुमारी के पिता कालीचरन पुत्र तिलक निवासी चौड़िया ने पुलिस को तहरीर दी जिसमें आत्महत्या की वजह शोभित की बीमारी को बताया है। पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।

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