महिला नागाओं का ये भयानक राज जानकर खड़े हो जाएंगे आपके रोंगटे…

कुंभ हिन्दु धर्म के अनुयायियों की आस्था से जुड़ा पर्व है। 12 साल के अंतराल में कुंभ मेले का आयोजन होता हैं।

कुंभ मेले का आयोजन भारत के चार प्रमुख तीर्थ स्थानों प्रयागराज, हरिद्वार, नासिक और उज्जैन में किया जाता है। कुंभ मेले में स्नान करने के लिए पूरे देश से श्रद्धालु आते हैं।

महिला नागाओं का ये भयानक राज

कुंभ मेले में नागा साधु सबके आकर्षण का क्रेंद होते हैं। दो बड़े कुंभ मेलों के बीच एक अर्धकुंभ मेला भी लगता है। इस बार साल 2019 में आने वाला कुंभ मेला दरअसल, अर्धकुंभ ही है।

साधु-महात्माओं में नागा साधुओं को हैरत भरी नजरों से देखा जाता है। महाकुंभ, अर्धकुंभ या फिर सिंहस्थ कुंभ के बाद नागा साधुओं को देखना बहुत मुश्किल होता है।

नागा साधुओं के विषय में कम जानकारी होने के कारण इनके विषय में हमेशा कौतूहल बना रहता है।

कुंभ के सारे शाही स्नान की तिथियों से लेकर आज हम आपको महिला नागा साधुओं से जुड़े रोचक तथ्यों के बारे में बताने जा रहे हैं।

आपने नागा साधुओं की रहस्यमयी दुनिया के बारे में तो जरूर सुना होगा, लेकिन महिला नागा साधु का जीवन सबसे अलग और निराला होता है।

इनको गृहस्थ जीवन से कोई मतलब नहीं होता है। इनका जीवन कई कठिनाइयों से भरा हुआ होता है।

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इन लोगों को दुनिया में क्या हो रहा है, इस बारे में इन्हें कोई मतबल है। इनके बारें में हर एक बात निराली होती है।

नागा साधुओं को लेकर कई तरह की बातें सामने आती हैं। महिला नागा साधुओं से जड़ी हुई इस जानकारी के बारे में सुनकर आप भी सोचने पर मजबूर हो जाएंगे। इनकी जिंदगी इतनी आसान नहीं है, क्योंकि नागा साधु बनने कि लिए इनक बहुत कठीन परीक्षा से गुजरना पड़ता है।

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