महिलाओं ने डीएम बलिया को माफीनामा लिखने को किया मजबूर

रिपोर्ट- मनोज चतुर्वेदी

बलिया – बागी बलिया की महिलाओं के बागी तेवर के सामने बलिया के जिलाधिकारी को झुकना पड़ा और अपनी ही कलम से माफीनामा लिखना पड़ा| महज एक हफ्ते पहले ही बलिया के डीएम भवानी सिंह खंगारौत ने एक बीएसपी नेता से उसकी गाड़ी, घडी और जूते को लेकर विवादित टिपणी की थी जिसके बाद वो सोशल साईट पर ट्रोल हुए और उन्हें माफ़ी मांगना पड़ा था|

वीओं- बलिया को बागी युही नही कहते पर क्यों कहते है ये देखने को मिला बलिया के जिलाधिकारी आवास पर जहा प्रदर्शनकारी महिलाओं ने जिलाधिकारी को माफीनामा लिखने पर मजबूर कर दिया|

जी हाँ अपनी मांगो को लेकर पिछले कई दिनों से जिलाधिकारी का घेराव कर रही इन महिलाओं के सब्र का बांध टूट गया और सैकड़ो की संख्या में प्रदर्शन कर रही महिलाएं डीएम आवास में जबरन घुस गयी|

इस दौरान वहा मौजूद पुलिस कर्मियों के साथ झड़प भी हुयी| बगावती महिलाओं के तेवर को देख बलिया के डीएम भवानी सिंह खंगारौत भी घबरा गए और आखिर कार अपने कलम से ही माफ़ीनामा लिखना पड़ा| आप को बता दे की ये दूसरा मौका है कि जब बलिया के जिलाधिकारी को 1 हफ्ते में दो बार माफ़ी मांगने को मजबूर होना पड़ा है|

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प्रदर्शनकारी महिलाओं के सामने डीएम बलिया का माफीनामा लिखने की वजह समाजसेवी एवं अधिवक्ता मनोज राय हंस का आमरण अनशन है| दरअसल मनोज राय हंस का आरोप है कि प्राईवेट स्कुलो में 25 प्रतिशत सीट पर गरीब बच्चो के एडमिशन को लेकर जब वो डीएम से बात करने पहुंचे तो डीएम ने उन्हें दलाल कह डाला| हंस का कहना है बलिया के डीएम मानसिक रूप से विक्षिप्त हो गए है दुसरो को जलील करना और फिर उनसे माफ़ी मांगना उनकी आदत बन गयी है|

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