मध्यप्रदेश : खजुराहो में मंदिर के अलावा ये भी हैं सबसे प्रसिद्ध स्थल

यदि आप कला के सच्चे प्रेमी हैं तो आपको जीवन में एक बार मध्यप्रदेश के खजुराहो की अद्भुत कलाकृतियों को जरूर देखना चाहिए। खजुराहो के मंदिर समूह पूरे विश्व में अपनी खास पहचान के लिए जाने जाते हैं। यहां दीवारों पर उकेरी गईं कामुक मूर्तियों को देखने के लिए न सिर्फ भारत बल्कि पूरे विश्व से सैलानी आते हैं। यह छोटा शहर हिंदुओं और जैनों के उत्कृष्ट मंदिरों के लिए काफी प्रसिद्ध है।

मंदिरों की नक्काशी, मूर्तिकला पर्यटकों को बहुत हद तक प्रभावित करने का काम करती हैं। पर ऐसा नहीं है कि खजुहारों में प्राचीन मंदिरों के अलावा देखने लायक अन्य स्थल मौजूद नहीं। इस खास लेख में जानिए यहां के मंदिरों के अलावा आप खजुरावों में और कौन-कौन से आकर्षक स्थलों की सैर का प्लान बना सकते हैं।

खजुराहो मंदिर

कला के क्षेत्र में मध्यप्रदेश स्थित खुजराहो भारत के सबसे खास स्थानों मे गिना जाता है। यह एक ऐतिहासिक स्थल है जिसे यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर की मान्यता प्राप्त है। खजुराहो के मंदिर समूह अपनी उत्कृष्ट वास्तु और मूर्तिकला के लिए विश्व भर में जाने जाते हैं। मंदिरों के आतंरिक और बाहरी दीवारों पर उकेरी गईं कामुक मूर्तियां अविश्वसनीय हैं। मंदिर की दीवारों पर ऐसी कामुक मूर्तियों को देख किसी भी उत्सुकता बढ़ जाती है। ये मुर्तियां जीवन के चरम सुख यानी संभोग को पदर्शित करती हैं। माना जाता है कि ब्रह्मचर्य पर नियंत्रण पाने के लिए इन मूर्तियों का निर्माण किया गया था, इसके अलावा और भी कई अन्य कारण इनके निर्माण के पीछे रहे होंगे जिनके विषय में सटीक कुछ नहीं कहा जा सकता। ये कामुक नक्काशी न केवल संभोग कला पर प्रकाश डालती है बल्कि महिलाओं के दृढ़ विश्वास को भी चित्रित करती है। यह मूर्तियों स्पष्ट करती हैं कि महिलाएं उस दौरान केवल आनंद की वस्तु नहीं थीं।

लक्ष्मण मंदिर

खजुराहो में सबसे बड़े मंदिरों में लक्ष्मण मंदिर दूसरे स्थान पर आता है। इस भव्य मंदिर का निर्माण 930-950ईसवी के मध्य किया गया था। यह आकर्षक मंदिर भगवान विष्णु को समर्पित है। मंदिर की वास्तुकला काफी आश्चर्यजनक है और मूर्तियां देखने लायक। यह मंदिर इतने जटिल रूप से डिजाइन किया गया है कि मंदिर की दीवारें हिंदू देवताओं के साथ कामुक मूर्तियों और जानवरों की मूर्तियों की से भरी पड़ी हैं। अगर आप कला प्रेमी हैं तो आपको लक्ष्मण मंदिर जरूर आना चाहिए। यहां आपको प्राचीन वास्तुकला के उत्कृष्ट रूपों को देखने का मौका मिलेगा।

पन्ना राष्ट्रीय उद्यान

मंदिरों की सैर के अलावा आप खजुराहो में प्राकृतिक खूबसूरती का भी आनंद ले सकते हैं। यहां स्थित पन्ना राष्ट्रीय उद्यान राज्य के मुख्य पर्यटन गंतव्यों में गिना जाता है। विभिन्न वन्यजीव प्रजातियां के साथ यह एक नेशनल पार्क है जिसे भारत के प्रसिद्ध टाइगर रिजर्व में का भी दर्जा प्राप्त है। यहां बाघों की अधिकता है। टाइगर के अलावा आप यहां तेंदुआ, लकड़बग्गा, भेड़िया और कई अन्य जंगली जानवरों को देख सकते हैं। आप यहां किराए पर लेकर जीप सफारी का रोमांचक आनंद ले सकते हैं। आप यहां हाथी सफारी और नौकायन का आनंद भी उठा सकते हैं। नदी के माध्यम से जंगल का भ्रमण सैलानियों को काफी हद तक रोमांचित करता है।

अजिगढ़ किला

मंदिरों और राष्ट्रीय उद्यानों के अलावा आप यहां प्राचीन किलों किलों की सैर का भी आनंद ले सकते हैं। यहां का अजिगढ़ किला राज्य के मुख्य पर्यटन गंतव्यों में गिना जाता है, जो विंध्य पर्वत श्रृंखला पर 206 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। यह किला पहाड़ी के समतल बिंदू पर बनाया गया है जहां से आप केन नदी के लुभावने दृश्यों को आसानी से देख सकते हैं। इस किले का निर्माण चंदेल राजवंश के शासनकाल के दौरान बनाया गया था। इस किले के माध्यम से आप चंदेल राजवंश के काल की उत्कृष्ट वास्तुकला को देख सकते हैं। माना जाता है कि यह किला शासकों ने उस दौरान बनाया था जब उनके साम्राज्य का पतन होना शुरू हो गया था।

रानह फॉल्स

उपरोक्त स्थानों के अलावा आप खजुराहों से 20 किमी की दूरी पर स्थित राज्य के सबसे अद्भुत रनेह जलप्रपात की सैर कर सकते हैं। रनेह फॉल्स चट्टानी संरचनाओं के मध्य स्थित है। यहां का नजारा सैलानियों को आश्चर्यचकित करता है। प्रकृति प्रेमियों के लिए यह स्थान किसी जन्नत से कम नहीं। खूबसूरत जंगलों से घिरा यह जलप्रपात कुदरत के अद्बभत दृश्यों को पेश करता है। बारिश के मौसम यहां की खूबसूरती देखने लायक होती है। इस दौरान आप यहां की यात्रा कर सकते हैं। यहां के सूर्योदय और सूर्यास्त के दृश्य काफी रमणीय होते हैं। सूर्य की हल्की रोशनी में चमचमाते ग्रेनाइट की चट्टाने काफी आकर्षक लगती हैं।

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