भतीजे अखिलेश से मिल चाचा शिवपाल हुए मुलायम  

लखनऊ। पिछले तीन दिनों से चल रही चाचा भतीजे की रार अब कुछ थमती सी दिख रही है। दिल्‍ली से राजधानी लखनऊ पहुंचे सपा सुप्रीमों मुलायम सिंह यादव से मिलने के बाद शिवपाल कुछ नरम से पड़ते दिख रहें हैं। जिससे ये कयास लगाये जा रहे हैं कि चाचा-भतीजे के बीच का यह झगड़ा शांत होने की कगार पर है।

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लखनऊ पहुंचे सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने अभी तक बेटे और सीएम अखि‍लेश यादव से मुलाकात नहीं की है। जबकि सूबे की राजधानी में पांच कालिदास मार्ग पर भतीजे सीएम के साथ चाचा शिवपाल यादव की बैठक खत्म हो गई है। हालांकि, बैठक से निकलने पर शि‍वपाल ने कोई बयान नहीं दिया, लिहाजा सुलह पर सस्पेंस जारी है।

अखि‍लेश यादव और उनके चाचा शि‍वपाल यादव के बीच की मुलाकात 15 मिनट तक चली। पिछले दिनों दोनों के बीच खुलकर सामने आई तनातनी के बाद ये पहली मुलाकात थी। दिलचस्प यह है कि समाजवादी पार्टी के मुखि‍या मुलायम सिंह दिल्ली से खास तौर पर झगड़ा सुलझाने लखनऊ पहुंचे हैं, लेकिन पांच घंटे से अधि‍क समय बीत जाने के बाद भी वह सीएम से नहीं मिले हैं।

इससे पहले गुरुवार को दिन में अखिलेश यादव से उनके दूसरे चाचा रामगोपाल यादव ने भी मुलाकात की। सैफई से लखनऊ पहुंचे रामगोपाल संग अखिलेश की यह बैठक करीब एक घंटे लंबी चली, वहीं शिवपाल यादव ने भी दिल्ली में मुलायम सिंह यादव से मुलाकात की।

अखिलेश से मुलाकात के बाद राम गोपाल ने बिना किसी का नाम लिए कहा कि सिर्फ एक शख्स पार्टी का नुकसान करने पर तुला हुआ है। उन्होंने अखिलेश को पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के पद से हटाए जाने को भी गलत ठहराया। पेशे से टीचर रहे राम गोपाल यादव इस समय सपा के टिकट पर यूपी से राज्यसभा के सदस्य हैं। राम गोपाल सपा के राष्ट्रीय महासचिव और प्रवक्ता के पद पर भी हैं।

मुलायम के चचेरे भाई राम गोपाल की अखिलेश से अच्छी बनती है, जबकि साढ़े चार साल पहले चाचा शिवपाल यादव से अखि‍लेश के रिश्ते उस वक्त खराब हो गए थे जब उन्हें सीएम बनाया गया था। उसके बाद भी कई ऐसे मौके आए जब अखिलेश और शि‍वपाल के बीच दूरियां साफ दिखाई दीं। चाहे वो अमर सिंह की वापसी का मसला हो या बाहुबली मुख्तार अंसारी की पार्टी कौमी एकता दल के सपा में विलय की।

दूसरी ओर, मुलायम सिंह यह साफ कर चुके हैं कि शिवपाल यादव न तो कैबिनेट मंत्री पद से इस्तीफा देंगे और ना ही यूपी प्रदेश अध्यक्ष के पद से। शिवपाल भी बड़े भाई मुलायम से मिलने के बाद थोड़े नरम पड़ गए हैं। उन्होंने बुधवार को मुलाकात के बाद कहा था कि मुलायम भी खुश हैं और वो भी। अखिलेश और शिवपाल में ताजा तकरार तब शुरू हुई, जब मुलायम सिंह ने अखि‍लेश की जगह शि‍वपाल को यूपी सपा का अध्यक्ष नियुक्त किया। अखिलेश ने इसके बाद शिवपाल के करीबी रहे दो कैबिनेट मंत्रियों और मुख्य सचिव की छुट्टी कर दी। यही नहीं उन्होंने शिवपाल से कई विभाग भी छीन लिए।

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