बर्फबारी और फूल रुपी सफेद बर्फ से ढकी बारात क्या आपने कभी देखी, नहीं तो यहां देख लीजिए

REPORT—PUSHKAR NEGI

चमोली। यूं तो शादी समारोह का होना आम बात है मगर जब शादी के दौरान बर्फ़बारी हो जाय तो बारात आम से खास हो जाती है । जी हां हम बात कर रहे है चमोली जिले के अंर्तगत घाट क्षेत्र के रामणि गांव की , इस गांव के राजेंद्र की शादी के दौरान हुई बर्फ़बारी के कारण यह शादी आज आम से खास हो गयी है । जिससे इसकी चर्चा देश व दुनिया मे होने लगी है।

बर्फबारी और फूल

रामणि गांव के राजेन्द्र अपनी दुल्हन शोभा को लेने जैसे ही शुक्रवार को बारात लेकर घर से निकले तो बहारों ने भी बारात के स्वागत में आसमान से फूलों के बदले सफेद सोना बरसा दिया । चारों ओर बर्फ गिर रही थी, क्या दूल्हा क्या बाराती बर्फ़बारी के बीच इंजॉय करते हुए पूरी बारात घर से निकली, घाट क्षेत्र में भारी बर्फबारी के बीच सड़क मार्ग पूरी तरह से छतिग्रस्त हो चुके थे , प्रकृति के अभूतपूर्व शौन्दर्य से धरती सोना लग रही थी  तो दूल्हा राजेन्द्र ने भी बारातियों संग पैदल बारात जाने का मन बना लिया , रामणी से चरबंग का करीब 16 किलोमीटर पैदल मार्ग जोख़िम भरा तो था मगर भारी बर्फबारी के बीच प्राकृतिक सुंदरता पर चार चांद लग रहे थे तो बाराती भी बर्फ का आनंद लेते हुए राजेंद्र के ससुराल चरबंग पहुचे , मौका जयमाला का था।

इस दौरान आसमान से बर्फ इस तरह इस जोड़े पर गिर रही थी कि मानो मोहमद रफी द्वारा गाया यह गाना ‘बहारों फूल बरसाओ मेरा महबूब आया है’  इस गाने को सुन कर प्रकृति बर्फ़बारी से इस जोड़े का स्वागत कर रही हो , इस पल के साक्षी बने बाराती भी स्वयं को शौभाग्य शाली समझ रहे थे । यूँ तो राजेन्द्र को दुल्हन वापस लेकर शुक्रवार को ही आना था मगर पैदल रास्ता लंबा होने के कारण बारात शुक्रवार को चरबंग ही रुकी , शनिवार को बर्फीले रास्तों से होकर बारात आज रामणि पहुंची तो ग्रामीणों ने भी इस बारात का अच्छी तरह से स्वागत किया ।

 

LIVE TV