
रिपोर्ट- अमन
लखनऊ: प्रदेश सरकार ने सामान्य शिक्षा का अधिकार हर बच्चे को देने की बात कही थी वहीं प्रदेश सरकार ने सभी पढ़े सभी बड़े के प्लांट सेल लोगों को सामान्य शिक्षा का अधिकार देने के लिए पूरे प्रदेश में सभी माध्यमिक व सरकारी स्कूलों को चिन्हित करके बच्चों को बेहतर भविष्य देने के लिए कई स्कूलों का निर्माण कराया।
लेकिन वहीं बच्चों का हाल पढ़ने में तो कहीं ना कहीं बेहतर था लेकिन अगर बात की जाए स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को मिलने वाली सुविधाओं की तो कहीं ना कहीं नगर निगम जिला प्रशासन उन सभी सरकार के नियमों की धज्जियां उड़ाते नजर आ रहा है। आपको बता दें कि पूरा मामला बालागंज मिश्रीपुर नगरीय प्राथमिक विद्यालय का है जहां पर 70 बच्चों की जगहों पर कॉल डेढ़ सौ बच्चों को पढ़ाया जा रहा था।
लेकिन स्कूल में जगह पर्याप्त ना होने की वजह से बच्चों को शायद शिक्षा से अछूत रखा गया वही स्कूल में पढ़ा रही अध्यापिका ने बताया कि स्कूल में लगभग डेढ़ सौ से ज्यादा बच्चे का रजिस्ट्रेशन हुआ है।
लेकिन पढ़ने के लिए केवल एक चौथाई बच्चे ही आते हैं इसका मुख्य कारण स्कूल में जगह की आपूर्ति और स्कूल के आसपास साफ-सफाई की बेहतर व्यवस्था ना होना और जिस तरीके से प्रशासन लगातार वादे करता है कि बच्चों को बेहतर भविष्य देने के लिए प्रशासन लगातार कार्यरत है।
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लेकिन कहीं ना कहीं प्रशासनिक अधिकारियों और कर्मचारियों की लापरवाही से बच्चों का भविष्य अंधकार में जाता नजर आ रहा है वही आगे उन्होंने प्रदेश सरकार से मांग करते कहा कि जिस तरीके से बच्चों की रुचि पढ़ने में है वही बच्चों को बेहतर जगह मुहैया कराना चाहिए सरकार को जिससे उनका भविष्य और बेहतर स्थिति में जाता रहे।