स्मॉल टाउन गर्ल से हॉलीवुड तक का प्रियंका का ये शानदार सफर
मुंबई.बॉलीवुड की देसी गर्ल प्रियंका चोपड़ा और निक जोनस जोधपुर में 2 दिसंबर को शादी के बंधन में बंधने जा रहे हैं। प्रियंका अब ग्लोबल स्टार हैं। एक काले घोड़े की तरह प्रियंका ने धीरे-धीरे एक लंबा सफर तय किया है। स्मॉल टाउन गर्ल से ग्लोबल गर्ल बन कर पूरी दुनिया पर छाने का उनका यह सफ़र आसान नहीं रहा है।
अगर उनके पूरे सफ़र पर गौर करें तो यह हर उस स्मॉल टाउन गर्ल के लिए किसी मास्टर क्लास से कम नहीं है, जो अपने दम पर कोई मुकाम हासिल करना चाहती है। बॉलीवुड से हॉलीवुड तक के सफ़र के क्रम में ही उन्हें उनके जीवन साथी मिले हैं, लेकिन इससे पहले प्रियंका ने कई शहरोंं का सफ़र तय किया है। एक नज़र उन शहरों पर, जिनका प्रियंका की ज़िंदगी में अहम भूमिका रही। इन शहरों के सफ़र में प्रियंका, जहां मिस वर्ल्ड बनीं, फिर बॉलीवुड दीवा, फिर ग्लोबल स्टार और एक निर्माता के रूप में सफल एंटरप्रेनर भी। प्रियंका की बातचीत में इन शहरों की झलक साफ़ महसूस होती है।
18 जुलाई, 1982 में प्रियंका का जन्म झारखंड के जमशेदपुर शहर में हुआ था। अपनी नानी के घर। सो, ज़ाहिर है कि ननिहाल परिवार की लाड़ली बनीं। प्रियंका के नाना डॉ. एमके अखौड़ी पेशे से डॉक्टर थे और कांग्रेस कमेटी के प्रमुख हुआ करते थे। ख़ास बात यह थी कि प्रियंका की नानी सोशल एक्टिविस्ट भी थीं और नर्स भी रहीं। ऐसे में गौर करें तो वुमेन अचीवर्स की संगत उन्हें बचपन में ही मिल गयी थी।
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प्रियंका का जन्म मधु चोपड़ा और अशोक चोपड़ा की पुत्री के रूप में जमशेदपुर के टाटा नगर अस्पताल में हुआ था। मधु और अशोक दोनों ही वहां इंडियन आर्मी मेडिकल कॉरपोरेशन में डॉक्टर थे। मधु ने प्रियंका के झारखंड के दिनों के बारे में बात करते हुए बताया था कि जब प्रियंका छोटी थीं और दोनों ही हॉस्पिटल में काम करने जाते थे, तो शुरुआती दौर में कभी-कभी प्रियंका भी उनके साथ होती थीं। प्रियंका को हॉस्पिटल का वातावरण और दवाइयों की महक से परेशानी होती थी और बहुत कम उम्र की थीं, तभी प्रियंका ने एलान कर दिया था कि वह कुछ भी बन जायें, मगर डॉक्टर कभी नहीं बनेंगी। प्रियंका अपने पैरेंट्स के साथ झारखंड में लगभग सात सालों तक रहीं।