
रिपोर्ट – सतीश कुमार बाराबंकी
बाराबंकी । लोग कहते हैं कि आबकारी विभाग प्रदेश सरकार का सबसे ज्यादा कमाऊ पूत है और प्रदेश सरकार के लिए सबसे ज्यादा राजस्व अर्जित कराता है और कई मायनों में यह सच भी लगता है लेकिन जब हम बाराबंकी के आबकारी विभाग के कार्यालय को देखते हैं तो हमें यह विभाग सबसे ज्यादा गरीब नजर आता है।

इस कार्यालय की यह जर्जर हालत देखकर तो ऐसा लगता है कि शायद इस विभाग को किसी संजीवनी की जरूरत है , आबकारी विभाग के इस कार्यालय से पानी टपकता हैं और जान जोखिम में डालकर बैठते हैं ।कर्मचारी लाइव टूडे संवाद दाता ने कार्यालय और यहां के हालातों का जायजा लिया है।
जिला अधिकारी कार्यालय से पहले स्थित है आबकारी विभाग गोदाम और कार्यालय जहां 4 आबकारी इंस्पेक्टर उनके दीवान और उनके दर्ज़नों महिला व पुरुष कर्मी ड्यूटी पर आते है यहां न इस परिसर में सफाई की उचित व्यवस्था है और ना ही बिजली पानी का कोई प्रबंध , जनरेटर भी शो पीस बना खड़ा रहता हैं।
मिड डे मील में दलित बच्चों के साथ हो रहा भेदभाव, अलग बैठाकर कराया जा रहा भोजन
बरसात जब होती हैं तो पानी छत से टपकता हैं , कई जगह से भवन की दीवारें व छत दरक रही जिससे पानी पूरे कार्यालय में भर जाता है जिससे अधिकारी कर्मचारी सभी हलकान रहते हैं। आबकारी विभाग के कार्यालय परिसर की हालत देखकर बस यही जुबान पर आता है ।
इस संबंध में आबकारी इंस्पेक्टर बिजय आनंद का कहना हैं बैठते हुए कार्यालय में खतरा तो बना रहता हैं ,उच्च अधिकारियों के संज्ञान में है मामला जल्द बनने की उम्मीद हैं





