
समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने रविवार को भाजपा सरकार पर किसानों के खिलाफ साजिश का गंभीर आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि धान की फसल के बाद अब गेहूं-दूसरी फसलों की बोआई के लिए भी खाद संकट है। डीएपी, एनपीके नहीं मिल रहा।
लखीमपुर खीरी, महोबा, फतेहपुर, बदायूं, अमेठी में सहकारी समितियों पर लंबी लाइनें लगी हैं, लेकिन खाद नहीं मिल रही। अखिलेश ने आरोप लगाया कि खाद की कालाबाजारी और मुनाफाखोरी में भाजपा के लोग शामिल हैं। सरकार साजिश कर किसानों को खेती-जमीन से दूर करना चाहती है।
खाद संकट के उदाहरण
अखिलेश ने बयान में कहा:
- महोबा-लखीमपुर: किसान घंटों लाइन में, सिर्फ कुछ को खाद।
- फतेहपुर, बदायूं, अमेठी: सहकारी समितियों पर हाहाकार।
- कालाबाजारी: BJP वाले मुनाफाखोरी में लिप्त।
उन्होंने कहा, “किसान भटक रहे हैं, लेकिन सरकार सो रही है।”
2027 का वादा
अखिलेश ने चेतावनी दी: “2027 में भाजपा सत्ता से हटेगी। तब किसानों की समस्याओं का समाधान होगा। सपा किसान मुद्दों को प्रमुखता से उठाती रहेगी।”
यह हमला यूपी में रबी फसल बोआई के मौसम में आया है, जहां खाद संकट किसानों की बड़ी चिंता बना हुआ है।





