टॉप लेवल पर पहुंचा पारा, भारत ने पाकिस्तानी उच्चायुक्त को लगाई फटकार

पाकिस्तानी उच्चायुक्तनई दिल्ली| विदेश सचिव एस. जयशंकर ने यहां बुधवार को पाकिस्तानी उच्चायुक्त अब्दुल बासित को तलब किया। जम्मू एवं कश्मीर के उड़ी में रविवार को सैन्य शिविर पर सीमा पार से हुए आतंकी हमले की घटना के बाद उन्हें तलब किया गया। इस आतंकी हमले में 18 सैनिक शहीद हो गए थे।

विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान के मुताबिक, बासित को इस बात की याद दिलाई गई कि पाकिस्तान सरकार ने वर्ष 2004 के जनवरी में अपनी धरती या अपने नियंत्रण वाले क्षेत्र को भारत के खिलाफ आतंकवाद के लिए इस्तेमाल नहीं होने देने की जो प्रतिबद्धता जताई थी।

बयान में कहा गया है कि इस वचन का लगातार और बढ़ता उल्लंघन गंभीर चिंता की बात है।

बयान में कहा गया है, “उड़ी में हुआ ताजा हमला केवल इस बात को रेखांकित करता है कि पाकिस्तान में आतंकवाद का बुनियादी ढांचा अब भी सक्रिय है। हमलोग मांग करते हैं कि पाकिस्तान, भारत के खिलाफ आतंकवाद के समर्थन और इसे प्रायोजित करने से बचने की सार्वजनिक तौर पर की गई अपनी वचनबद्धता को निभाए।”

भारत ने रविवार तड़के हुए इस आतंकी हमले के लिए पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मुहम्मद को जिम्मेदार ठहराया है।

बयान में कहा गया है कि इस साल जनवरी में सीमा पार से हुए आतंकी हमले की शुरुआत के बाद से सशस्त्र आतंकियों द्वारा नियंत्रण रेखा पार कर से भारत में हमलों को अंजाम देने की कोशिशें लगातार जारी हैं।

इस तरह के 17 प्रयासों को नियंत्रण रेखा पर या उसके आस पास रोक दिया गया जिसके परिणामस्वरूप 31 आतंकी मारे गए।

जयशंकर ने बासित को यह स्मरण दिलाया कि जब वह बात कर रहे हैं, तब भी नियंत्रण रेखा पर ऐसी दो कार्रवाई चल रही है।

इस बयान में आतंकियों के पास से बरामद सामान की सूची भी है। इसमें ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम (जीपीएस) पाकिस्तान के चिन्ह वाले ग्रेनेड, संचार के मैट्रिक्स शीट, संचार उपकरण और खाने का सामान, दवाएं व कपड़े सहित पाकिस्तान में निर्मित अन्य चीजें शामिल हैं।

इसमें कहा गया है कि यदि पाकिस्तान सरकार सीमा पार से हुए इन हमलों की जांच करना चाहे तो भारत उड़ी और पुंछ में मारे गए आतंकियों के अंगुलियों के निशान और डीएनए के नमूने भी मुहैया कराने को तैयार है।

बयान में कहा गया है, “अब हम लोग पाकिस्तान सरकार की ओर से जवाब की उम्मीद कर रहे हैं।”

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