ये चुनाव तय करेंगे बीजेपी के आने वाले फैसलों का नतीजा
नई दिल्ली। देश में पांच राज्यों के चुनाव नतीजे बस कुछ ही देर में बीजेपी की स्थिति साफ कर यह बता देंगे कि केंद्र सरकार द्वारा लिए गए फैसले जनता का कितना प्रभावित कर पाए। इन नतीजों में राज्यों की नई सरकार तो तय होगी ही लेकिन खासतौर पर उत्तर प्रदेश चुनाव का नतीजा यह फैसला करेगा कि 8 नवंबर को केन्द्र सरकार द्वारा लिए गए नोटबंदी जैसे कड़े फैसले को लेकर आम जनता की क्या राय है। इसके साथ ही, अगर विधानसभा चुनाव के नतीजे मोदी के पक्ष में आ गए तो जनता को नोटबंदी से भी ज्यादा कठोर निर्णय देखने को मिल सकते हैं।
क्यों मोदी लेंगे और सख्त फैसले
मोदी ने नोटबंदी के बाद 50 दिन तक अपने कई भाषणों में भ्रष्टाचार मुक्त भारत के लिए सुधार की बात की थी। इसके लिए उन्होंने कई अवसरों पर कहा था- हम यही नहीं रुकेंगे, नोटबंदी से भी कड़े फैसले सरकार द्वारा लिए जाएंगे।
बैंक रिफॉर्म
बैंक डिफॉल्टर के खिलाफ सख्त होगी सरकार मोदी सरकार बैंकों का पैसा मारकर बैठे लोगों के खिलाफ सख्त हो सकती है। स्टेट बैंक का मर्जर इसी लिए चल रहा है। कुछ ऐसी एजेंसियां भी खुद को सामने ला रही हैं जो बैंकों से उनको मिलने वाला कर्ज खरीद सकती हैं और फिर उसे वे अपने ढंग और मनमानी तरीके से वसूलेंगी।
नोटबंदी में गड़बड़ी करने वालों पर गिरेगी गाज
नोटबंदी के दौरान कई प्राइवेट बैंकों ने गड़बड़ी की थी। सरकार ने उनसे सीसीटीवी फुटेज रखने के लिए कहा था। कई खातों में पैसे डाले गए थे, उनकी जांच शुरू होगी।
बेनामी प्रॉपर्टी को लेकर सरकार हो सकती है सख्त
मोदी सरकार नोटबंदी की तरह बेनामी प्रॉपर्टी को लेकर सरकार बड़ा कदम उठा सकती है। कानून पहले से पास है और जल्द ही उसे लागू करने की योजना है।
सब्सिडी में कटौती
मोदी कई मौकों पर जनता को सब्सिडी छोड़ने के लिए कह चुके हैं। उनकी अपील पर पिछले तीन साल में लाखों लोगों ने एलपीजी सिलेंडर पर मिलने वाली सब्सिडी छोड़ी है।
जीएसटी बिल
जीएसटी लागू होने के बाद राज्यों में महंगाई बढ़ेगी। इससे पार पाने के लिए शायद ही केंद्र सरकार कोई कदम उठाए। महंगाई बढ़ने का सबसे बड़ा कारण ये हो सकता है कि वन टैक्स पॉलिसी के लागू होने से छोटे और मध्यम कारोबारियों को नुकसान होगा।
गोल्ड मोनेटाइजेशन में सख्ती
सरकार गोल्ड मोनेटाइजेशन स्कीम को सख्त कर सकती है।