पश्चिम बंगाल तक पहुंची हिंसक प्रदर्शनों की आग, दीदी के फैसले से नाखुश GJM करेगा हड़ताल
कोलकाता| देश के कई राज्यों में हो रहे हिंसक प्रदर्शनों की आग अब पश्चिम बंगाल तक पहुंच गयी है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा सूबे के स्कूलों में बंगाली भाषा की पढ़ाई अनिवार्य करने के बाद इसके खिलाफ जोरदार हिंसक प्रदर्शन शुरू हो गये हैं. स्थिति इतनी बिगड़ गई है कि नियंत्रण के लिए आर्मी तैनात की गई है.
पश्चिम बंगाल में प्रदर्शन
पश्चिम बंगाल सरकार ने स्थिति पर नियंत्रण के लिए आर्मी की मदद मांगी थी. राज्य सरकार की मांग पर केंद्र सरकार ने दार्जिलिंग स्थित सेना के बेस से दो टुकडियां भेजी हैं. वहीं, गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (जीजेएम) ने शुक्रवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल का ऐलान किया है.
पूरे बंगाल के स्कूलों में बंगाली पढ़ाए जाने को अनिवार्य किए जाने के खिलाफ गोरखा जनमुक्ति मोर्चा विरोध प्रदर्शन कर रही है. इस प्रदर्शन को रोकने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले तक दागने पड़े हैं. इसके चलते कई सारे पर्यटक पहाड़ी इलाकों में फंसे हुए हैं.
गोरखा जनमुक्ति मोर्चा का कहना है कि बंगाली की जगह नेपाली को भाषा के रूप में पढ़ाया जाए. लेकिन गोरखा जन मुक्ति मोर्चा ममता के निर्णय के बिल्कुल खिलाफ है. जीजेएम के हजारों समर्थकों काले झंडों के साथ सड़कों पर उतर आए हैं.