पत्नी का गेंगरेप करने वाले आरोपी के आगे पति मांगता रहा रहम की भीख, वो करते रहे दरिंदगी…
अलवर के पास एक पति और पत्नी बाइक से कहीं जा रहे थे कि अचानक उन्हें दो बाइक पर सवार 5 लोगों ने घेर लिया. पहले ये लोग उन्हें रोड से अलग एक सुनसान जगह पर ले गए और फिर पति की आंखों के सामने ना सिर्फ़ उसकी पत्नी से ज़्यादती की, उसका गैंगरेप किया, बल्कि अपनी इस काली करतूत का वीडियो भी बना लिया. ताकि इस वीडियो के ज़रिए उन्हें धमकाया भी जाए और ब्लैकमेल भी किया जाए.
बता दें की वीडियो वायरल होने के डर से पति गैंगरेप पीड़ित पत्नी के साथ चार दिनों तक अपने ही घर में कैद रहा. मगर, आख़िरकार वो भी हो गया, जो कतई नहीं होना चाहिए था. गैंगरेप का ये वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गया.
जहां उस वीडियो में एक पति है उसकी पत्नी है और उन्हें घेरे हुए पांच वहशी हैं. एक सुनसान इलाके पर इन गुंडों ने इस जोड़े को घेर रखा है. एक ने पति ने गिरेबान को दबोच रखा है. तो दूसरे ने पत्नी का. और तीन आरोपी हैं.
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लेकिन जिसने पति का गिरेबान पकड़ा हुआ है वो लाल टी-शर्ट में था. जिसने पत्नी के गिरेबान को दबोचा हुआ वो पिंक शर्ट में था. और तीसरा हरी टी-शर्ट में नज़र आ रहा था. उनका एक साथी इस पूरी वारदात का वीडियो बना रहा था. जबकि पांचवां साथी नीली टीशर्ट में दिखाई दे रहा था.
पांचों दरिंदों को शक था कि गांव का ये जोड़ा बिना शादी के साथ घूम रहा है. जबकि वो दोनों शादीशुदा है. वीडियो में बहस के दौरान बार-बार ये जोड़ा कह रहा है कि अगर उन्हें शक़ है तो वो उनके घरवालों से बात कर लें. मगर ये पांचों लड़के के सामने लड़की के साथ ज़्यादती करने पर आमादा थे.
चंद लम्हों के बाद इन वहशियों ने पति के सामने उसकी पत्नी के साथ एक-एक करके गैंग रेप किया. और उसका वीडियो भी बना लिया. पति बार-बार पत्नी को छोड़ने की गुहार लगा रहा था. मगर ये वहशी मानने को तैयार नहीं थे. उलटा उसे डंडों से पीटते जा रहे थे.
जहां इन पांच वहशियों ने पति को इतना मारा कि पत्नी को उनकी ज़िद के आगे झुकना पड़ा. जितनी बार पति विरोध करता. पत्नी पर उनकी हैवानियत उतनी बार बढ़ती जा रही थी. इन तीनों के अलावा इनके पांचवें साथी ने जिसने नीले रंग की टी-शर्ट पहन रखी है, लड़की को छुड़ाने की कोशिश की मगर उसके बाकी साथियों ने उसकी बात को अनसुना कर के उसे ही वहां से हटा दिया.
करीब तीन घंटे तक ये वहशी बेबस लड़की से बलात्कार करते रहे. और जब उन्हें लगा कि इन्हें ज़िंदा छोड़ना उनके लिए खतरनाक हो सकता है तो उन्हें धमकाने लगे कि वीडियो वायरल कर देंगे. इतना ही नहीं पीड़ित लड़के के पर्स से जाते जाते पैसे भी ले गए. और वीडियो वारयल ना करने के लिए 10 हज़ार रुपये बाद में देने को भी कह गए.
दरअसल वारदात के बाद पति और पत्नी इस कदर सदमे में चले गए कि पुलिस के पास जाने के बजाए घर जाकर खामोश बैठ गए. फिर दो तीन दिन खामोश रहने के बाद पति और पत्नी ने तय किया कि वो अब चुप नहीं बैठेंगे और आरोपियों को सज़ा दिलाकर रहेंगे. तब जाकर कही ये गैंगरेप की वारदात दुनिया के सामने आई. पुलिस ने घटना के 12 दिन बाद अब जाकर 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर ही लिया है.
30 अप्रैल को पीड़ित पति पत्नी एसपी के पास पहुंचे. वहां उन्होंने अपनी आपबीती सुनाई. एसपी साहब ने कार्रवाई का आश्वासन तो दिया मगर इसके बावजूद एफआईआर दर्ज करने में अलवर की थाना गाजी पुलिस को दो दिन लग गए. और करीब 5 दिन में पुलिस उन पांच में से सिर्फ 3 मुल्जिमों को गिरफ्तार कर पाई. जबकि वारदात को अंजाम देने वाले कोई पेशेवर बदमाश नहीं बल्कि 20 से 25 साल के कुछ ऐसे लड़के हैं. जिन्होंने राजस्थान पुलिस को नाच नचा रखा था.
अपने ससुराल लालवाड़ी से निकल पीड़ित लड़का अपनी पत्नी को लेकर तालवृक्ष अपने घर की तरफ जा रहा था. थानागाजी-अलवर बाईपास रोड पर दुहार चौगान वाले रास्ते से अभी कुछ ही दूर पहुंचा था कि अचानक दो बाइक पर सवार 5 लड़के उनकी बाइक के आगे पीछे चलने लगे. सभी लड़कों की उम्र 20 से 25 साल के बीच थी. कुछ देर परेशान करने के बाद बदमाशों ने पीड़ित पति पत्नी की बाइक के आगे बाइक लगाकर उन्हें रोक लिया.
थानागाजी-अलवर बाईपास रोड पर रेतों के बड़े-बड़े टीलें हैं. जिनके अंदर क्या हो रहा है ये रोड से बिलकुल भी नज़र नहीं आता है. टीलों के बीच लाकर 5 वहशियों ने पति के साथ जमकर मारपीट की. फिर उसे बंधक बना लिया. और फिर उसी की आंखों के सामने उसकी पत्नी का गैंगरेप किया गया. ये वहशी यहीं नहीं रुके बल्कि उन्होंने इस पूरी वारदात का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया.
गैंगरेप करने के बाद डरने के बजाए तमाम आरोपी उलटा महिला के पति को धमका रहे थे. वारदात के अगले दिन वो ना सिर्फ हत्या की धमकी दे रहे थे बल्कि उगाही फिर करने की कोशिश कर रहे थे. साथ वारदात के वक्त बनाए गए वीडियो को वायरल करने की बार बार धमकी दे रहे थे. जिसके डर की वजह से 30 अप्रैल तक इस दंपति ने पुलिस में मामला तक दर्ज नहीं कराया. खबरों के मुताबिक पीड़ित दलित समुदाय से ताल्लुक रखते हैं. लिहाज़ा पुलिस ने IPC और SC/ST ऐक्ट की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया.
फ़िलहाल पुलिस को इस मामले में एफआईआर करने में तीन दिन का वक्त लग गया. थानागाजी पुलिस थाने ने 2 मई को कहीं जाकर इस मामले में एफआईआर दर्ज की. जिसके 4 दिन बाद कार्रवाई के डर से आरोपियों ने 6 मई को वीडियो वायरल कर दिया.
वायरल वीडियो के आधार पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने आरोपी अशोक, इंद्रराज और घटना का वीडियो बनाने वाले मुकेश को गिरफ्तार कर लिया. जबकि पुलिस को छोटेलाल और हंसराज की तलाश लगी थी. उनकी तलाश में पुलिस दिल्ली, राजस्थान और यूपी के अलग-अलग इलाकों में छापेमारी कर रही थी. पुलिस के मुताबिक गैंगरेप में शामिल सभी आरोपी ट्रक ड्राइवर या हेल्पर हैं.