पति को रिश्वत लेते पकड़े जाने के बाद राजस्थान सरकार ने इस मेयर को किया निलंबित, बीजेपी ने दी प्रतिक्रिया

अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली राजस्थान सरकार ने शनिवार रात जयपुर हेरिटेज नगर निगम की मेयर मुनेश गुर्जर को उनके पति सुशील गुर्जर को रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किए जाने के बाद निलंबित करने का आदेश जारी किया। सुशील गुर्जर और दो अन्य को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने कथित तौर पर 2 लाख रुपये की रिश्वत लेने के आरोप में शुक्रवार रात गिरफ्तार किया था।

मेयर को जयपुर के हेरिटेज निगम में उनकी नगर निकाय सीट – वार्ड नंबर 43 से भी निलंबित कर दिया गया है। आदेश के मुताबिक, मेयर के पति को मेयर के आवास पर रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया था, जबकि वह वहां मौजूद थीं और आवास से 40 लाख रुपये नकद बरामद किए गए थे, जो स्पष्ट रूप से रिश्वत मामले में मेयर के शामिल होने का संकेत दे रहा था। एसीबी एडीजी हेमंत प्रियदर्शी के मुताबिक, ”सुशील गुर्जर एक प्लॉट का पट्टा जारी करने के एवज में दो बिचौलियों नारायण सिंह और अनिल दुबे के माध्यम से रिश्वत की मांग कर रहा था. शिकायत के सत्यापन के बाद जाल बिछाया गया और तीनों को रिश्वत लेते समय पकड़ लिया गया।”

भ्रष्टाचार पर गंभीर सरकार

वहीं, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि राज्य के भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो द्वारा मेयर के पति को गिरफ्तार किया जाना अपने आप में इस बात का संकेत है कि सरकार भ्रष्टाचार पर नकेल कसने को लेकर गंभीर है। इस बीच, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने गहलोत सरकार पर हमला तेज कर दिया और उस पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया। राजस्थान भाजपा प्रमुख सीपी जोशी ने गुर्जर की गिरफ्तारी के बाद कहा, “कांग्रेस की रग-रग में, ऊपर से नीचे तक, हर विभाग में, चारों ओर केवल भ्रष्टाचार है।”

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