नीतीश कुमार के देर से मुजफ्फरपुर पहुंचने पर सियासी आलोचना हुई तेज, राजनीतिक गलियारे में सीएम रहे निशाने पर

बिहार के मासूम साल दर साल किसी अनजानी बीमारी की बलि चढ़ रहे हैं. इस साल एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम (AES) यानी चमकी बुखार की चपेट में आकर अब तक 108 बच्चों की मौत हो चुकी है, तब जाकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को आज (मंगलवार) मुजफ्फरपुर जाने और अस्पताल का जायजा लेने की फुर्सत मिली.

नीतीश कुमार

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मुजफ्फरपुर के सरकारी श्रीकृष्णा मेडिकल कॉलेज एंड अस्पताल (एसकेएमसीएच) पहुंचे तो लोगों ने जमकर उनका विरोध किया और नीतीश कुमार वापस जाओ के नारे लगाए. बता दें कि चमकी बुखार से अब तक एसकेएमसीएच हॉस्पिटल में 89 और केजरीवाल अस्पताल में 19 बच्चों की मौत हो चुकी है. वहीं 400 से ज्यादा बच्चे अस्पताल में भर्ती हैं.

नीतीश कुमार के देर से मुजफ्फरपुर जाने पर सवाल खड़े हो रहे हैं. सियासी आलोचना के बाद मुख्यमंत्री अस्पताल पहुंचे तो देर से जागी सरकार को लेकर राजनीतिक गलियारों से भी निशाना साधा जा रहा है. बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) की नेता राबड़ी देवी ने ट्वीट कर कहा कि बिहार के स्वास्थ्य विभाग को ही इंसेफेलाइटिस यानी दिमागी बुखार हो गया है.

राबड़ी ने कहा कि हर साल हज़ारों बच्चे मारे जाते हैं, लेकिन फिर भी सरकार की कोई तैयारी नहीं होती. दवा और इलाज के अभाव में गरीब बाल-बच्चें मर रहे हैं. स्वास्थ्य मंत्री पिकनिक मना रहे हैं, सरकार की संवेदना मर चुकी है. राबड़ी ने कहा कि यह एनडीए सरकार की घोर लापरवाही है, स्वास्थ्य मंत्री के गैर-ज़िम्मेदाराना व्यवहार और भ्रष्ट आचरण के कारण गरीबों के 1000 से ज़्यादा मासूम बच्चों की चमकी बुखार के बहाने हत्या की गई है.

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राबड़ी देवी ने कहा कि बिहार में हर साल बीमारी से हज़ारों बच्चे मरते हैं, लेकिन बताते सैंकड़ों हैं. फिर भी रोकथाम का कोई उपाय नहीं, समुचित टीकाकरण नहीं है. राबड़ी ने कहा कि दवा और इलाज का सारा बजट ईमानदार सुशासनी घोटालों की भेंट चढ़ जाता है. बिहार का बीमार स्वास्थ्य विभाग खुद आईसीयू में है.

राबड़ी देवी ने कहा कि बिहार में डबल इंजन की सरकार है. इतनी मौतों के बाद अब केंद्र और प्रदेश के मंत्री क्या नृत्य करने चार्टड प्लेन से मुजफ्फरपुर जा रहे हैं? जब अस्पताल के दवाखानों में दवा की जगह कफ़न रखे हैं, डॉक्टर नहीं है तो क्यों नहीं बीमार बच्चों को Air-Ambulance से दिल्ली ले जाते? उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री हमेशा की तरह मौन हैं. मुजफ्फरपुर में 40 बच्चियों के साथ सत्ता संरक्षण में जनबलात्कार किया गया तब भी मौन थे, मुजफ्फरपुर में ही बीजेपी नेता ने 30 मासूमों को कार से कुचला तब भी मौन और अब 100 से ज्यादा बच्चों की चमकी बुखार से मौत पर भी चुप हैं.

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