… हे राम ये क्या कर दिया, Internet से कर कर डाला शरीर के नाजुक अंग का ऑपरेशन

मेडिकल साइंस समय के साथ-साथ और भी ज्यादा एडवांस होता जा रहा है। बड़ी बड़ी बीमारियों के इलाज को खोजने में भी मेडिकल साइंस को काफी सफलता हासिल हुई है। हाल ही में मेडिकाल साइंस ने एक और कारनामा कर दिखाया।

नाजुक-अंग-का-ऑपरेशन

देश डॉक्टर तेजस पटेल ने पहली बार एक हार्ट की सर्जरी Internet के जरिये की। बिना अस्पातल में उपस्थित हुए उन्होने दुनिया की पहली इन ह्यूमन टेलीरोबोटिक ऑपरेशन को सफलतापूर्वक पूरा किया। अस्पताल से 32 किलोमीटर दूर बैठे डॉक्टर तेजस ने मरीज की ऑपरेशन थिएटर में हार्ट की सर्जरी की।

ये दुनिया का पहला परक्युटेनियस कोरोनरी इंटरवेंशन है, जिसे कैथेराइजेशन लैब के बाहर से किया गया है। गौरव की बात ये है कि मेडिकल साइंस में ये चमत्कार पहली बार भारत में किया गया। गौरतलब है कि इस तकनीकी का इस्तेमाल करके डॉक्टर तेजस पटेल ने स्वामीनारायण मंदिर अक्षरधाम से अहमदाबाद के एपेक्स हार्ट इंस्टीट्यूट में मरीज का दिल का ऑपरेशन किया। टेलीरोबोटीक टेकनिक से हार्ट सर्जरी को अंजाम दिया।

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ऑपरेशन के समय अन्य डॉक्टर ऑपरेशन थिएटर में मौजूद थे। पहली बार ऐसा हुआ है जब पूरी सर्जरी Internet के जरिए संपन्न की गई। डॉक्टर तेजस पटेल के अनुसार यह तकनीक मेडिकल साइंस में एक बड़ा सकारात्मक बदलाव लाएगी। एक रिसर्च के मुताबिक, दुनिया भर में दिल की बीमारियों की वजह से हर साल लगभग 18 लाख लोगों की मौत होती है।

ऐसे में ये नई तकनीक टेलीरोबोटिक्स, मरीजों को इलाज उपलब्ध करा कर उनकी जान बचा सकती है। इस आधुनिक तकनीकि के बारे में डॉक्टर तेजस पटेल का कहना है कि इस सर्जरी से मेडिकल साइंस में बहुत बड़ा बदलाव आएगा।

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