नमाज की छुट्टी को लेकर सरकार और कांग्रेस संगठन में तकरार

नमाजदेहरादून। जुमे की नमाज के लिए अल्पसंख्यक कर्मचारियों को छुट्टी के फैसले पर कांग्रेस संगठन सरकार के खिलाफ हो गया है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने दो टूक कहा कि अल्पसंख्यक कर्मचारियों को छुट्टी के कैबिनेट के फैसले से संगठन सहमत नहीं है और सरकार के सामने इस पर विरोध जता दिया गया है।

प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने मंगलवार को राजीव भवन में पत्रकारों से कहा कि धार्मिक आस्था व्यक्तिगत विषय है। इसमें राजनीतिक हस्तक्षेप नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों का कामकाज, आचरण तय करने के लिए नियमावली होती है। इसमें फेरबदल कैसे किया जा सकता है? हालांकि किशोर ने आगे कहा कि सरकार ने छुट्टी के फैसले को संशोधित कर दिया है और संगठन संशोधित आदेश के साथ है।

वहीँ मुख्यमंत्री हरीश रावत का कहना है कि, जब राज्य सरकार ने छठ और तीज की छुट्टी घोषित की तो किसी ने फैसले पर सवाल नहीं उठाया। अल्पसंख्यकों का मामला आया तो मुझ पर तुष्टिकरण के आरोप लगाए जा रहे हैं।

रमजान महीने के लिए है फैसला

मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा है कि जुमे की नमाज के समय सरकारी मुलाजिमों को अल्पकालिक अवकाश का फैसला सिर्फ रमजान के दौरान होने वाली जुमे की नमाज के लिए ही लिया गया है। छुट्टी विवाद का ठीकरा मीडिया के सिर फोड़ते हुए यूजेवीएनएल मुख्यालय में मुख्यमंत्री ने कहा कि मीडिया में आदेश का एक हिस्सा ही आया। पूरा आदेश नहीं पढ़ा गया।

 

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