नक्सलियों की गिरफ्तारी पर जेडीयू नेता का बयान, कहा सोच समझकर कदम उठाए सरकार

नई दिल्ली| नक्सली विचारधारा को आगे बढ़ाने के साथ भीमा-कोरेगांव हिंसा के संबंध में मंगलवार को देश के कई इलाकों में छापेमारी की गई। महाराष्ट्र पुलिस की छापेमारी में उन लोगों को गिरफ्तार किया गया जिनके बारे में कहा जाता है कि वो नक्सलियों और नक्सली विचारधारा के समर्थक हैं।

नक्सलियों की गिरफ्तारी पर जेडीयू नेता का बयान, कहा सोच समझकर कदम उठाए सरकार

हैदराबाद से जहां वरवरा राव को गिरफ्तार किया गया वहीं फरीदाबाद से सुधा भारद्वाज, दिल्ली से गौतम नवलखा समेत पांच लोगों की गिरफ्तारी की गई। लेकिन अब इस मुद्दे पर राजनीति शुरू हो गई है।

पुणे पुलिस इन आरोपियों को ट्रांजिट रिमांड लेकर महाराष्ट्र ले जाना चाहती थी। लेकिन दिल्ली हाईकोर्ट ने गौतम नवलखा, पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट ने सुधा भारद्वाज के ट्रांजिट रिमांड पर रोक लगाई है। गौतम नवलखा के मामले में दिल्ली हाईकोर्ट में आज दोपहर सवा दो बजे सुनवाई होगी। दस्तावेजों को मराठी से अंग्रेजी में अनुवाद के लिए पुलिस ने अदालत से समय मांगा है।

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अदालत ने पुलिस के वकील के दोपहर 12 बजे का समय दिया है। इसके साथ मशहूर इतिहासकार रोमिला थापर, प्रभात पटनायक सतीश देशपांडे माया दरनाल ने सुधा भारद्वाज की गिरफ्तारी के विरोध में सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दायर की इस मामले में दोपहर पौने चार बजे सुनवाई होगी।

इन सबके बीच जेडीयू नेता पवन वर्मा का कहना है कि जिन लोगों गिरफ्तार किया है उनके खिलाफ सरकार को बताना पड़ेगा कि आरोपियों के खिलाफ पुख्ता साक्ष्य हैं। अगर आरोपियों के खिलाफ साक्ष्य पुख्ता नहीं होंगे तो ऐसा लगेगा कि सरकार द्वारा की गई कार्रवाई संवैधानिक सर्वोच्चता में दखल है। इसके साथ ही ऐसे लोगों को देश में मतभिन्नता रखने वालों को अपने विचारों को व्यक्त करने की आजादी नहीं है।

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