भारत को पछाड़ने के लिए ड्रैगन बढ़ा रहा ताकत

ड्रैगनबीजिंग. चीन ने नेशनल पीपल्स कांग्रेस (एनपीसी) की बीजिंग में वार्षिक बैठक से ठीक पहले अपने सैन्य खर्चों में 7 फ़ीसदी की बढ़ोतरी कर दी है. चीनी मीडिया के मुताबिक, चीन ने लगातार दूसरे साल अपने रक्षा खर्चों में 10 फ़ीसदी से कम की बढ़ोतरी की है. इसके साथ ही चीनी प्रीमियर ली कीक़ियांग इस सभा को संबोधित करने के दौरान सैन्य खर्चों की सटीक रकम का भी खुलासा करंगे.

चीन की इस घोषणा से कुछ दिन पहले अमरीकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने भी अपने देश का सुरक्षा बजट बढ़ाने की बात कही थी, जिसकी बाकी जानकारी आना अभी शेष है.

मामले में जानकारों का कहना है कि,  अगर चीन इस घोषणा पर अमल करता है तो वो अपनी रक्षा पर 2017 की जीडीपी का करीब 1.3 फ़ीसदी खर्च करेगा.

फ़िलहाल दुनिया भर में अपनी सुरक्षा पर सबसे ज्यादा खर्च करने वाला देश अमेरिका है. उसके बाद चीन, सऊदी अरब, रूस, ब्रिटेन, भारत, फ्रांस, जापान, जर्मनी और दक्षिण कोरिया आते है.

चीन के मुकाबले भारत का रक्षा बजट-

मोदी सरकार ने भी 2017 के रक्षा बजट में 6 फ़ीसदी की बढ़ोतरी की है. भारत का रक्षा बजट उसकी जीडीपी का 1.62 फ़ीसदी है.

वहीं रक्षा मंत्रालय के एक पैनल ने रक्षा खर्च को जीडीपी का 2.5 प्रतिशत तक रखने की सिफारिश की है.

ऐसे में अगर भारत और चीन का रक्षा बजट समझा जाए तो, चीन का 1.3 फ़ीसदी जीडीपी हिस्सा भारत के 1.62 फ़ीसदी जीड़ीपी की कुल रकम से काफी अधिक है.

LIVE TV