प्रदेश की पहली डिजिटल यूनिवर्सिटी बनेगा डॉ एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय

डिजिटल यूनिवर्सिटीलखनऊ। डॉ एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय (एकेटीयू) यूपी की पहली डिजिटल यूनिवर्सिटी बनने जा रही है। मूल्यांकन प्रक्रिया को यूनिवर्सिटी द्वारा पहले ही डिजिटल प्रारूप दिया जा चुका है। अब छात्र-छात्रओं की इंटरनेट संबंधी जरूरतों के लिए विवि हाईस्पीड वाई-फाई इंटरनेट सुविधा मुहैया कराने जा रहा।

एकेटीयू के कुलपति प्रो विनय कुमार पाठक ने बताया कि विवि का जानकीपुरम विस्तार स्थित न्यू कैंपस बन कर तैयार है। कैंपस को वाई-फाई से लैस करने के लिए मंगलवार को विवि और रिलांयस जियो से करार हुआ है। इसके तहत रिलांयस द्वारा विवि के न्यू कैंपस में निशुल्क वाई-फाई 4 जी स्पीड सेटअप स्थापित किया जाएगा।

करार के अनुसार विवि द्वारा उपलब्ध कराए गए एक साल तक निश्शुल्क इंटरनेट सुविधा का लाभ ले सकेंगे। फिलहाल विवि परिसर को इंटरनेट से लैस करने के लिए कंपनी द्वारा 3 माह का समय मांगा गया है।

कुलपति प्रो पाठक का कहना है कि वर्तमान में विद्यार्थियों के लिए हाईस्पीड इंटरनेट सुविधा आवश्यक हो चुकी है। टीचिंग-लर्निग को बढ़ावा देने के लिए ऑनलाइन रिसर्चेज की जरूरत है, और इसके लिए हाईस्पीड इंटरनेट की आवश्यकता होती है। इसके चलते रिलांयस जिओ से साझा पत्र हस्ताक्षर किया गया है।

प्रो. मनीष गौड़ बने निदेशक, एकेटीयू के छात्र कल्याण के डीन प्रो मनीष गौड़ को स्किल डेवलपमेंट इंस्टीट्यूट, उन्नाव का निदेशक नामित किया गया है। प्रो मनीष को युवाओं के कौशल विकास और उन्हें रोजगार परक बनाने के साथ स्वरोजगार के लिए प्रेरित करने की जिम्मेदारी दी गई है।

एकेटीयू के रजिस्ट्रार पवन गंगवार ने बताया कि इंटरनेट सुविधा से शोध कार्यो में मदद मिलेगी। तेज और एडवांस संचार व्यवस्था से तकनीक का भरपूर प्रयोग किया जा सकेगा। एक ओर जहां छात्रों को फ्री वाई-फाई इंटरनेट सुविधा मिलेगी, वहीं दूसरी ओर गूगल विवि परिसर में रिसर्च लैब स्थापित करेगा। इससे स्टूडेंट्स को इनोवेशन के साथ अध्ययन करने के भरपूर अवसर मिलेंगे। इसके अतिरिक्त न्यू कैंपस में स्किल डेवलपमेंट को भी बढ़ावा देने के मकसद से इकाई काम करेगी।

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